नई दिल्ली| शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में 10 साल जेल की सजा काट रहे हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओपी चौटाला को औपचारिकताएं पूरी करने के बाद शुक्रवार को यहां तिहाड़ जेल से रिहा कर दिया गया। जेल अधिकारियों ने यह जानकारी दी। जेल अधिकारियों के मुताबिक, पहले से ही पैरोल पर बाहर आए चौटाला औपचारिकताएं पूरी करने के लिए शुक्रवार सुबह तिहाड़ जेल परिसर पहुंचे, जिसके बाद उन्हें जेल से रिहा कर दिया गया।
महानिदेशक (दिल्ली जेल) संदीप गोयल ने कहा कि चौटाला को आवश्यक औपचारिकताएं पूरी करने के बाद रिहा कर दिया गया।
दिल्ली सरकार ने पिछले महीने उन लोगों को छह महीने की विशेष छूट देने का आदेश पारित किया था, जिन्होंने कोविड -19 महामारी के मद्देनजर जेलों में भीड़भाड़ कम करने के लिए अपनी 10 साल की जेल की सजा के साढ़े नौ साल की सजा काट ली है।
चौटाला की रिहाई के बाद, उनके हजारों समर्थक जश्न मनाने के लिए दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेसवे पर दिल्ली-गुरुग्राम सीमा पर पहुंचे।
समर्थक चौटाला की तस्वीरें और पार्टी के झंडे लिए और गाते और नाचते देखे गए। इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) सुप्रीमो के लिए समर्थन व्यक्त करने के लिए, कई पार्टी कार्यकतार्ओं ने हरियाणा राज्य भर से यात्रा की। चौटाला की रिहाई के जश्न में शामिल होने के लिए मेवात से पार्टी कार्यकर्ता भी पहुंचे।
वरिष्ठ राजनेता के परिवार के सदस्यों ने खुशी व्यक्त की और कहा कि चौटाला ने अपनी जेल की अवधि समाप्त कर ली है और उनकी रिहाई पार्टी के लिए फायदेमंद होगी। उन्होंने कहा कि यह ना केवल चौटाला के परिवार के लिए बल्कि इनेलो के सभी समर्थकों के लिए बड़ी राहत की बात है।
चौटाला को 2013 में शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में जेल भेजा गया था।
चौटाला, उनके बेटे अजय चौटाला और 53 अन्य को हरियाणा में 2000 में 3,206 जूनियर बेसिक शिक्षकों की अवैध भर्ती के मामले में दोषी ठहराया गया और सजा सुनाई गई। जनवरी 2013 में सीबीआई की एक विशेष अदालत ने इन सभी को अलग-अलग कार्यकाल की जेल की सजा सुनाई थी।
–आईएएनएस
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