नई दिल्ली| दिल्ली की रोहिणी जिला अदालत के एक कोर्ट रूम में कठघरे (विटनेस बॉक्स) में खड़े जितेंद्र मान उर्फ ‘गोगी’ को बंदूकधारियों ने गोलियों से छलनी कर दिया, जिसकी मौत हो गई। वह कई अपहरण और हत्याओं में शामिल एक मोस्ट वांटेड गैंगस्टर था।
गैंगवार का शिकार हुआ गोगी, जिसे अप्रैल में स्पेशल सेल द्वारा गिरफ्तार किया गया था, हरियाणा के एक गायक की हत्या में शामिल था, जिसे 2017 में पानीपत में हमलावरों ने मार डाला था। हरियाणा में गोगी के सिर पर 2.5 लाख रुपये का इनाम रखा गया था।
दिल्ली पुलिस ने जब गोगी को महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण कानून के तहत गिरफ्तार किया तो उसके सिर पर कुल सात लाख रुपये का इनाम था।
गोगी का नाम नरेला में आम आदमी पार्टी (आप) के नेता वीरेंद्र मान की हत्या के मामले में भी सामने आया था। गोगी समेत गैंगस्टरों ने आप नेता के शरीर में 26 गोलियां मारी थीं।
इस नृशंस हत्या के अलावा, 2018 में बुराड़ी में उसका और उसके साथियों का प्रतिद्वंद्वी टिल्लू गिरोह के साथ एक गिरोह युद्ध हुआ, जिसमें तीन लोगों की जान चली गई।
दिल्ली ही नहीं हरियाणा पुलिस भी कई मामलों में गोगी की तलाश कर रही थी।
जब एक पुलिस दल ने हरियाणा के गुरुग्राम से गोगी को पकड़ा, तो उसने आशंका व्यक्त की कि पुलिस उसे एक मुठभेड़ में मार डालेगी। इसके बाद उसने एक वीडियो बनाया जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। उस समय, गोगी को गैंगस्टर कुलदीप फज्जा के साथ गिरफ्तार किया गया था, जो बाद में दिल्ली पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया।
प्रतिद्वंद्वी टिल्लू गिरोह, जिसके दो सदस्यों ने शुक्रवार को रोहिणी कोर्ट में गोगी को मार डाला, गोगी के गिरोह के साथ लगातार संघर्ष में शामिल है, जिसके परिणामस्वरूप अक्सर दोनों गिरोह के सदस्यों के बीच काफी खूनखराबा देखा जा रहा है।
इससे पहले इसी साल मार्च में गोगी के करीबी और बचपन के दोस्त मोनू मान की टिल्लू गिरोह के सदस्यों ने हत्या कर दी थी।
–आईएएनएस
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