कीव/नयी दिल्ली| यूक्रेन स्थित भारतीय दूतावास ने सभी भारतीय नागरिकों को सलाह दी है कि वे पोलैंड, रोमानिया और हंगरी की सीमा से लगे यूक्रेन के इलाके में आते समय अपने वाहनों पर तिरंगा चिपकायें। दूतावास ने युद्धरत यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को अपना पासपोर्ट , आपात खर्च के लिये नगद खासकर डॉलर और जरूरी सामान हमेशा साथ रखने के लिये कहा है।
दूतावास ने भारतीय नागरिकों को कहा है कि वे पोलैंड, रोमानिया और हंगरी की सीमा चौकी की ओर बढ़ें क्योंकि उन्हें यूक्रेन से बाहर निकालने के लिये वहां शिविर स्थापित किये गये हैं।
इस बीच भारत का विदेश मंत्रालय यूक्रेन में फंसे नागरिकों को स्वदेश लाने के लिये रक्षा मंत्रालय के साथ संपर्क में है। भारतीय वायुसेना के विमान वहां से भारतीय नागरिकों को निकालने के लिये तैयार हैं।
गुरुवार को विदेश सचिव हर्ष वर्धन सिंगला ने बताया था कि भारत यूक्रेन और रूस दोनों के साथ संपर्क में है। उन्होंने कहा था कि दोनों देशों को बताया गया है कि यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को बाहर निकालने के लिये मदद की जरूरत होगी और इसीलिये वाणिज्यिक विमानों के साथ भारतीय वायुसेना के विमान भी उनके साथ वहां जा सकते हैं। सभी विकल्प खुले हैं। भारत की पहली प्राथमिकता भारतीय नागरिकों की सुरक्षा और उन्हें वहां से बाहर निकालना है।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गुरुवार को इस बाबत रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात की थी और उनसे कहा था कि रूस और नाटो के बीच का अंतर ईमानदार और गंभीर बातचीत के ही जरिये संभव है।
उन्होंने साथ ही पुतिन को यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों के बारे बताया और कहा कि भारत उन्हें सुरक्षित वहां से बाहर निकालने और स्वदेश वापस लाने को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है।
–आईएएनएस
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