एलुरु| आंध्र प्रदेश के एलुरु जिले में एक रासायनिक कारखाने में भीषण आग लगने और रिएक्टर विस्फोट में छह लोगों की मौत हो गई और 12 घायल हो गए।
अधिकारियों ने बताया कि यह आपदा बुधवार देर रात मुसुनुरु मंडल के अक्कीरेड्डीगुडेम गांव में पोरस लैबोरेटरीज प्लांट में हुई।
पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि एक ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। मरने वालों में चार बिहार के रहने वाले हैं।
घायलों को विजयवाड़ा के सरकारी सामान्य अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां पांच की हालत गंभीर बताई जा रही है।
संदिग्ध गैस रिसाव के बाद प्लांट की यूनिट-4 में लगी आग पर काबू पाने के लिए एनडीआरएफ की मदद से दमकल कर्मियों ने करीब तीन घंटे तक मशक्कत की।
हादसे के वक्त प्लांट में 100 से ज्यादा लोग काम कर रहे थे। जोरदार धमाका सुनकर वे सभी दहशत में आ गए।
संयंत्र फार्मास्युटिकल इंटरमीडिएट बनाता है। कुछ बचे लोगों ने आरोप लगाया कि कंपनी की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ है।
जिला कलेक्टर प्रसन्ना वेंकटेश ने कहा कि जांच की जाएगी और लापरवाही पाए जाने पर कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि जांच पूरी होने तक फैक्ट्री बंद रहेगी।
प्लांट को गांव से शिफ्ट करने की मांग को लेकर स्थानीय लोगों ने गुरुवार को प्लांट के सामने धरना दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि संयंत्र से क्षेत्र में प्रदूषण हो रहा है।
प्रदर्शनकारियों ने पीड़ितों के लिए न्याय और कथित लापरवाही के लिए कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए कारखाने में घुसने की कोशिश की।
राज्यपाल बिस्वा भूषण हरिचंदन और मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी ने दुर्घटना पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की।
मुख्यमंत्री ने प्रत्येक मृतक के परिवार को 25-25 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की। उन्होंने गंभीर रूप से घायलों को पांच-पांच लाख रुपये और अन्य घायलों को दो-दो लाख रुपये की सहायता देने की भी घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को घटना की गहन जांच करने का निर्देश दिया है। उन्होंने अधिकारियों से घायलों का बेहतर इलाज सुनिश्चित करने को कहा है।
–आईएएनएस
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