जमशेदपुर: एक प्रेमी जोड़ा शादी करना चाहता था। लड़के-लड़की के घरवालों को उनके रिश्ते पर सख्त ऐतराज था। दोनों ने ट्रेन से कटकर खुदकुशी कर ली। घरवालों को अहसास न था कि दोनों ऐसा कदम उठा लेंगे। अब उनकी मौत के बाद गम और आंसुओं के बीच उन्होंने दोनों को एक करने का फैसला किया। उनकी चिता एक साथ तो सजी ही, लेकिन उसके पहले उनकी शादी की रस्म पूरी की गयी। यह मार्मिक घटना झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले के घाटशिला की है।
लक्ष्मण सोरेन और सलमा किस्कू घाटशिला के नरसिंहगढ़ ग्राम पंचायत के अलग-अलग गांव के रहने वाले थे। पारिवारिक तौर पर उनके बीच ममेरी बहन-फुफेरे भाई का रिश्ता था, लेकिन दोनों प्यार कर बैठे। एक बार दोनों घर से भाग गये थे। घरवालों ने उन्हें समझाने की कोशिश की, लेकिन वे जिद पर अड़े रहे। इसपर लक्ष्मण सोरेन को उसके घरवालों ने काम करने कश्मीर भेज दिया। दस दिन पहले वह गांव लौटा था। इधर बीते शनिवार को सलमा अपने घर के स्कूल जाने के नाम पर निकली, लेकिन घर नहीं लौटी। लक्ष्मण भी घर पर नहीं मिला। दोनों की तलाश शुरू हुई। पुलिस को भी सूचना दी गयी।
इस बीच रविवार को दोनों की लाशें धालभूमगढ़-कोकपड़ा स्टेशन पर पायी गयीं। दोनों घरों में कोहराम मच गया। अगले दिन पोस्टमार्टम के बाद उनकी लाशें लायी गयीं तो दोनों परिवारों ने बड़ा फैसला लिया। गांव में पंचायत बैठी। दोनों गांवों के ग्राम प्रधान की मौजूदगी में सलमा के पिता मेघराय किस्कू और लक्ष्मण के पिता माघा सोरेन ने तय किया कि अंतिम संस्कार के पहले उनकी शादी की रस्म निभाई जाये।
आदिवासी समाज की परंपरा के अनुसार दोनों के शव आस-पास रखे गये। लड़के के हाथ से लड़की की मांग में सिंदूर भरवाया गया और इसके बाद चारचौक्का गांव में एक ही चिता पर उनका अंतिम संस्कार हुआ। लड़के के पिता ने मुखाग्नि दी। दोनों का श्राद्ध कर्म एक साथ होगा। श्राद्ध का खर्च दोनों पक्षों ने मिलकर उठाने और इस घटना को लेकर किसी पर आरोप-प्रत्यारोप नहीं करने का भी फैसला किया।
–आईएएनएस
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