नई दिल्ली| पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी ने बुधवार को कहा कि इस बात को लेकर कोई चिंता नहीं कि पश्चिमी देशों द्वारा रूसी तेल पर प्रस्तावित सीमा भारतीय आयात के लिए शिपिंग उपलब्धता को कम कर सकती है। रूसी कच्चे तेल पर प्रस्तावित सीमा के बारे में पूछे जाने पर पुरी ने कहा, मुझे इस पर कोई चिंता नहीं है। बाजार की ताकतें इससे निपटेंगी। हम स्थिति के अनुसार काम करेंगे।
पुरी, जो विश्व एलपीजी सप्ताह के उपलक्ष्य में एक समारोह के मौके पर मीडिया से बातचीत कर रहे थे, रूसी तेल कंपनी गजप्रोम द्वारा गेल को तरल प्राकृतिक गैस की आपूर्ति नहीं करने पर सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि गेल और गजप्रोम के बीच चर्चा चल रही है।
उन्होंने कहा- इसमें शामिल देशों के साथ, इसमें शामिल संस्थाओं के साथ हमारे बहुत समय-परीक्षित संबंध हैं। अगर मुझे सही से याद है, तो यूरोपीय इकाई पर प्रतिबंध है और हमारा अनुबंध किसी और के साथ था। यह चर्चा चल रही है, इसे सुलझा लिया जाएगा। कम से कम मेरी उम्मीद है कि इसका समाधान हो जाएगा।
यह पूछे जाने पर कि तेल विपणन कंपनियों को पिछले कई महीनों से घाटे में चल रहे पेट्रोल और डीजल की बिक्री के लिए कैसे मुआवजा मिलेगा, पुरी ने कहा, जाहिर है, वह मुआवजा चाहते हैं..आप बाद में या अन्य मुआवजे के लिए पूछ रहे हैं..ये बड़ी कंपनियां हैं इसलिए मैं इसमें शामिल नहीं होता हूं।
–आईएएनएस
और भी हैं
देश में इनोवेशन बढ़ाने के लिए हो एक लाख करोड़ के एएनआरएफ फंड का इस्तेमाल : पीयूष गोयल
अदाणी ग्रुप ने यूएस डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस और एसईसी के आरोपों को किया खारिज
जीतन राम मांझी ने 43वें भारत अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले (आईआईटीएफ), 2024 में “एमएसएमई मंडप” का उद्घाटन किया