नई दिल्ली| असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने शनिवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर की गई टिप्पणी को लेकर उन पर निशाना साधा। शनिवार को इससे पहले, राहुल गांधी ने कहा है कि वह भाजपा को अपना ‘गुरु’ मानते हैं, क्योंकि भाजपा उन्हें एक रोडमैप दिखाती है और उन्हें सिखाती है कि ‘क्या नहीं करना चाहिए’।
कांग्रेस नेता ने कहा था, “मैं चाहता हूं कि वे (भाजपा) हम पर आक्रामक तरीके से हमला करें, इससे कांग्रेस को अपनी विचारधारा को समझने में मदद मिलेगी। मैं उन्हें (भाजपा) अपना गुरु मानता हूं, वे मुझे रास्ता दिखा रहे हैं और जो नहीं करना है, उस पर मुझे प्रशिक्षित कर रहे हैं। मैं भाजपा और आरएसएस के लोगों को धन्यवाद देना चाहता हूं, क्योंकि वे हमें जितना अधिक निशाना बनाते हैं, उससे किसी न किसी तरह हमें मदद मिलती है।”
राहुल गांधी की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर सरमा ने व्यंग्यात्मक लहजे से कहा कि अगर कांग्रेस नेता को ऐसा लगता है, तो उन्हें नागपुर में आरएसएस मुख्यालय जाना चाहिए।
सरमा ने कहा, “हम भाजपा या आरएसएस को ‘गुरु’ नहीं मानते हैं, बल्कि हम खुद को एक ही परिवार का सदस्य मानते हैं। हम ‘भारत माता’ के सामने झुकते हैं और ‘गुरुदक्षिणा’ देते हैं। अगर राहुल गांधी इसे इस तरह से देखते हैं, तो उन्हें नागपुर जाना चाहिए और गुरुदक्षिणा चढ़ानी चाहिए।”
भाजपा नेता ने इस सर्दी के मौसम में सार्वजनिक कार्यक्रमों में ऊनी कपड़े नहीं पहनने के लिए राहुल गांधी का भी मजाक उड़ाया।
सरमा ने कहा, “यह राहुल गांधी का फैशन स्टेटमेंट है। कांग्रेस के कुशासन के कारण इस देश में लोगों का एक बड़ा हिस्सा अभी भी गरीब है। गरीब कंबल या ऊनी कपड़े नहीं खरीद पा रहे हैं। कांग्रेस नेता के पास सब कुछ है, लेकिन वह उन्हें नहीं पहन रहे हैं।”
–आईएएनएस
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