कोहिमा| केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार को कहा कि केंद्र सरकार ने नागालैंड के लोगों से वादा किया है कि वह दशकों पुराने नगा राजनीतिक मुद्दे का जल्द से जल्द समाधान निकालने के लिए प्रतिबद्ध है। गृहमंत्री ने ईस्टर्न नगालैंड पीपुल्स ऑर्गनाइजेशन (ईएनपीओ) के प्रति केंद्र की प्रतिबद्धता के बारे में भी बताया कि विधानसभा चुनाव (27 फरवरी) के बाद उनकी मांगों पर केंद्र और राज्य सरकार संयुक्त रूप से चर्चा करेगी।
गृहमंत्री ने ईएनपीओ द्वारा वोट बहिष्कार के आह्वान को वापस लेने की सराहना करते हुए कहा : “एनडीपीपी (नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी)-भाजपा गठबंधन सरकार फिर से सत्ता में आएगी और फिर सभी नगा समस्याओं का समाधान किया जाएगा।”
उन्होंने कहा, “जो कुछ भी आवश्यक है, जैसे बजटीय आवंटन, परिषद को अधिक अधिकार, समान विकास, नई एनडीपीपी-बीजेपी सरकार इन मामलों पर काम करेगी। मैं पूर्वी नागालैंड के लोगों को बताना चाहता हूं कि आपकी समस्याओं का समाधान दूर नहीं है।”
प्रभावशाली नगा निकाय ईएनपीओ ने 4 फरवरी को गृहमंत्री से आश्वासन मिलने के बाद अलग ‘फ्रंटियर नागालैंड’ राज्य की अपनी मांग के समर्थन में 27 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करने के अपने आह्वान को वापस ले लिया।
नगालैंड के मोन कस्बे में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि अगली एनडीपीपी-भाजपा सरकार केंद्र सरकार के साथ मिलकर विभिन्न नगा मुद्दों का समाधान करेगी।
एनडीपीपी-बीजेपी 40-20 सीटों के बंटवारे के फॉर्मूले पर 60 सीटों वाली नागालैंड विधानसभा का चुनाव लड़ रही है।
शाह, जो मोन जिले का दौरा करने वाले पहले केंद्रीय गृहमंत्री हैं, ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्रालय नागा समस्याओं और नागा लोगों की भावनाओं से अवगत हैं और पूरे सम्मान के साथ म्यांमार की सीमा सहित सभी मुद्दों से निपटा जाएगा।”
गृहमंत्री ने जोर देकर कहा कि पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र में चरमपंथियों की हिंसा की घटनाओं में 70 प्रतिशत की कमी आई है और पूर्वोत्तर के 60 प्रतिशत क्षेत्रों से सशस्त्र बल (विशेष शक्ति) अधिनियम को वापस ले लिया गया है।
शाह ने कांग्रेस और उसके नेता राहुल गांधी की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि पार्टी और उसके नेताओं की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपमान करने और कीचड़ उछालने की प्रवृत्ति है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रवक्ता ने प्रधानमंत्री के खिलाफ जिस भाषा का इस्तेमाल किया है, उसके खिलाफ पूरे देश से कड़ी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।
शाह ने कहा, “अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस टेलीस्कोप से भी दिखाई नहीं देगी। लोग बैलेट बॉक्स से जवाब देंगे।”
राज्यसभा सदस्य फंगनोन कोन्याक का जिक्र करते हुए गृहमंत्री ने कहा कि भाजपा पहली पार्टी है, जिसने नागालैंड से संसद के ऊपरी सदन में एक महिला सांसद को मौका दिया।
उन्होंने कहा, “गृहमंत्री बनने के बाद से मैंने नागा परंपरा और संस्कृति को गर्व से देखा है। देश हमेशा नागा जीवनशैली और संस्कृति की सराहना करता है।”
कोन्याक ने सोमवार को चुनावी रैली में शाह के भाषण का हिंदी में अनुवाद नागामीस में किया।
अपने चुनावी भाषण के दौरान, शाह ने सभा को बताया कि वह सोमवार की रात मोन शहर में बिताएंगे और मंगलवार को त्युएनसांग जिले में एक और चुनावी रैली को संबोधित करेंगे।
गृहमंत्री के मोन जिले में प्रवास के दौरान ईएनपीओ और अन्य संगठनों के प्रतिनिधियों से मिलने की उम्मीद है।
–आईएएनएस
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