नई दिल्ली। अपने क्षेत्र में हवा में प्रदूषकों को कम करने के उद्देश्य से, नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) नई दिल्ली में “वायु प्रदूषण” के नियंत्रण के लिए सभी जनशक्ति और मशीनरी के साथ चौबीसों घंटे युद्ध स्तर पर गहन उपाय कर रही है।
वायु प्रदुषण पर अंकुश लगाने के लिए एनडीएमसी द्वारा निम्नलिखित पहल की जा रही है:-
धूल उत्सर्जन पर नियंत्रण
· मैकेनिकल रोड स्वीपर (एमआरएस): एनडीएमसी ने यांत्रिक सफाई के लिए जीपीएस ट्रैकिंग के साथ 02 शिफ्टों में सात ( 07) मैकेनिकल रोड स्वीपर (एमआरएस) तैनात किए हैं। कुल 365 किमी स्वीपिंग लंबाई में से एमआरएस द्वारा प्रति दिन औसत स्वीपिंग लंबाई 280-350 किमी है। सभी एवेन्यू सड़कों को प्रतिदिन या वैकल्पिक दिनों में यांत्रिक रूप से साफ किया जा रहा है। मार्ग की निगरानी, किमी की लंबाई, एमआरएस के संचालन की भी एनडीएमसी मुख्यालय – पालिका केंद्र में एकीकृत कमांड और नियंत्रण केंद्र के माध्यम से 24×7 निगरानी की जाती है।
· सड़क के किनारे समस्त हरित मार्ग उपलब्ध है –
एनडीएमसी में कोई भी कच्चा मिट्टी – उड़ने वाला क्षेत्र नहीं है, सेंट्रल वर्ज और साइड बर्म पहले से ही हरियाली से ढ़के हुए हैं। 2023-2024 के दौरान वृक्षारोपण का जो लक्ष्य रखा गया है, उसमें अब तक पेड़ – 3200 संख्या में और झाड़ियाँ – 3312885 संख्या में रोपण करने का सफलतापूर्वक पूरा किया गया।
. सड़कों के सभी मध्य किनारों को पहले ही हरित पट्टी में परिवर्तित कर दिया गया है और अंतराल भी उत्पन्न हो गए हैं , जिन्हें समय-समय पर भरा जाता रहा है।
एनडीएमसी के अधिकार क्षेत्र के तहत सड़कों पर कोई गड्ढे नहीं हैं, यदि कोई पाया जाता है, तो उसकी मरम्मत साथ साथ हो जाती है।
· एंटी-स्मॉग गन: एनडीएमसी द्वारा एक एंटी-स्मॉग गन/मिस्ट स्प्रे मशीन खरीदी गई है और इसका उपयोग पन्त मार्ग में किया जा रहा है।
· पानी का छिड़काव: एनडीएमसी ने 5000- 10,000 लीटर के 18 पानी के टैंकर/ट्रॉली तैनात किए हैं। इनमें एसटीपी-उपचारित पानी का उपयोग करके मुख्य सड़कों के किनारे पेड़ों और झाड़ियों पर पानी का छिड़काव करने के लिए 02/03 बार फेरे लगाए जाते है। जिनमे समर्पित टीमों द्वारा इस पर काम को करना जारी है। वरिष्ठ अधिकारी/विभागीय अधिकारी के विभागाध्यक्ष स्तर द्वारा इनकी नियमित निगरानी की जा रही है।
·बड़े निर्माण स्थल: एनडीएमसी के निदेशक (ईबीआर) के नियंत्रण में अधिकारियों की एक टीम ने धूल शमन उपायों को लागू करने के लिए निर्माण स्थलों का लगातार निरीक्षण कर रही है। उल्लंघनकर्ताओं के खिलाफ राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण (एनजीटी) के दिशानिर्देशों के अनुसार 50,000/- रुपये के 36 चालान प्रत्येक के विरुद्ध जारी किए गए हैं।
· निर्माण और विध्वंस (सी एंड डी) कचरा: एनडीएमसी क्षेत्र में सी एंड डी कचरा दैनिक आधार पर एकत्र किया जाता है और ओखला सी एंड डी कचरा रीसाइक्लिंग प्लांट में डंपिंग ग्राउंड में भेजा जा रहा है। औसत 65.22 मीट्रिक टन/दिन सी एंड डी कचरा एकत्र करना और रीसाइक्लिंग प्लांट में भेजना लगातार जारी है। एनडीएमसी क्षेत्र में बड़ी क्षमता के सी एंड डी कचरे के संग्रह के लिए 14 निर्दिष्ट स्थल हैं। एनडीएमसी क्षेत्र में सी एंड डी अपशिष्ट/मलबे के डंपिंग के लिए एनडीएमसी क्षेत्र में कोई खाली भूखंड नहीं है।
· सी एंड डी कचरे की अनधिकृत डंपिंग: 03 सदस्यीय टीम द्वारा एनडीएमसी क्षेत्र का नियमित रूप से निरीक्षण किया जा रहा है और कोई भी उल्लंघन पाए जाने पर उल्लंघनकर्ताओं के खिलाफ सी एंड डी कचरे की अनधिकृत डंपिंग के कारण चालान जारी किए जा रहे हैं।
कचरा/बागवानी अपशिष्ट और उसके जलने का पता लगाने के लिए गश्ती दल
· पूरे एनडीएमसी क्षेत्र के लिए फील्ड अधिकारियों (स्वास्थ्य, बागवानी और नागरिक विभाग) की 14 सदस्यीय टीमें तैनात की गई हैं (रात के लिए 01 टीम सहित) जो हर दिन वरिष्ठ अधिकारियों को रिपोर्ट करती हैं।
· इसके अलावा, स्वास्थ्य विभाग की 14 टीमों को दिन के समय सर्कलवार तैनात किया गया है, जो कचरा जलाने के संबंध में निरीक्षण कर रही हैं।
· कचरा / मलबा डंपिंग या जलाने के लिए कचरा/बागवानी अपशिष्ट से संबंधित किसी भी उल्लंघन की सूचना मिलने पर निरीक्षण टीमों द्वारा कार्रवाई की जा रही है।
वाहन उत्सर्जन नियंत्रण · ई-वाहन चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर:
राष्ट्रीय गतिशीलता कार्यक्रम के अनुसार अपने क्षेत्र में ई-वाहनों को बढ़ावा देने के लिए अब तक 100 की संख्या में एनडीएमसी क्षेत्र में इलेक्ट्रिक वाहन सार्वजनिक चार्जिंग स्टेशन स्थापित और चालू किए गए हैं।
अन्य ई-वाहन चार्जिंग स्टेशनों को चालू करने का कार्य प्रगति पर है।
4. सड़कों और फुटपाथों की धुलाई -विशेष स्वच्छता अभियान के तहत दैनिक आधार पर स्वच्छता टीमों द्वारा फुटपाथ और सड़कों पर न केवल झाड़ू से सफाई की जा रही है, बल्कि धूल या अन्य वायु प्रदूषण तत्वों को साफ करने के लिए पानी से भी धुलाई भी की जा रही है। एनडीएमसी क्षेत्र में वायु प्रदूषण को कम करने के लिए यह पहल बहुत महत्वपूर्ण है।
# नई दिल्ली क्षेत्र में प्रतिदिन विभिन्न क्षेत्रों से लाखों लोग आते हैं। इसलिए, हमारे लिए नई दिल्ली क्षेत्र में वायु प्रदूषण को रोकना और नियंत्रित करना अधिक महत्वपूर्ण है।
# एनडीएमसी नई दिल्ली क्षेत्र के आगंतुकों और नागरिकों से व्यक्तिगत स्तर पर भी वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने में भूमिका निभाने का आग्रह करती है। चूंकि प्रकृति स्वयं प्रदूषण का समाधान और रोकथाम नहीं कर सकती है, इसलिए यह मनुष्य का कर्तव्य बन जाता है कि वह पर्यावरण में प्रदूषण का स्वयं समाधान करे और उसे रोके।
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