कोलकाता, 16 फरवरी । देश में आगामी महीनों में लोकसभा चुनाव होने जा रहे हैं। ऐसे में चुनाव से पहले पश्चिम बंगाल में मतदाताओं का दिल जीतने के लिए अपनी पार्टी के आक्रामक अभियान की रूपरेखा तैयार करते हुए तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने शुक्रवार को साफ कर दिया कि राज्य सरकार का लंबित केंद्रीय बकाया चुनाव से पहले पार्टी का मुख्य मुद्दा होगा।
अभिषेक बनर्जी ने सभी तृणमूल सांसदों और विधायकों के साथ-साथ पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के साथ एक वर्चुअल बैठक की।
इस दौरान उन्होंने कहा कि पार्टी 18 से 25 फरवरी तक राज्य के विभिन्न हिस्सों में बड़े पैमाने पर आउटरीच शिविर आयोजित करेगी, ताकि लोगों को जागरूक किया जा सके कि कैसे केंद्र सरकार कथित तौर पर राजनीतिक प्रतिशोध के कारण आम लोगों को उनके वैध बकाये से वंचित कर रही है।
शिविर सुबह 10 से शाम 6 बजे तक आयोजित किए जाएंगे। बैठक में हिस्सा लेने वाले नेताओं के अनुसार, अभिषेक बनर्जी ने कहा कि अक्सर लोगों को केंद्र प्रायोजित योजनाओं जैसे- मनरेगा के तहत 100 दिन रोजगार योजना के तहत केंद्रीय धन से जुड़ी औपचारिकताओं के बारे में स्पष्ट जानकारी नहीं होती है।
बैठक में मौजूद एक पार्टी नेता ने कहा, ”अक्सर लोगों को इस बात की जानकारी नहीं होती है कि ऐसी केंद्र प्रायोजित योजनाओं का खर्च केंद्र सरकार या राज्य सरकार वहन करती है। अभिषेक बनर्जी ने हमें विभिन्न योजनाओं के तहत भुगतान के पीछे की सच्चाई के बारे में आम लोगों को जागरूक करने के लिए बड़े पैमाने पर आउटरीच शिविर आयोजित करने का आदेश दिया है।”
उन्होंने कहा कि अभिषेक बनर्जी ने पार्टी नेतृत्व को 100 दिन रोजगार योजना पर विशेष ध्यान देने के साथ 1 और 2 मार्च को राज्य भर में सामूहिक बैठकें आयोजित करने का भी निर्देश दिया है।
अभिषेक बनर्जी ने निर्देशित किया है, आगामी लोकसभा चुनावों के लिए ‘जमींदारी हटाओ, बांग्ला बचाओ’ तृणमूल कांग्रेस का प्रमुख नारा होगा।
–आईएएनएस
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