नई दिल्ली, 16 फरवरी । दिल्ली के अलीपुर इलाके में एक पेंट फैक्ट्री सह गोदाम से 11 जले हुए शव बरामद किए गए, जहां 15 फरवरी की शाम भीषण आग लग गई थी। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि आग इतनी भीषण थी कि आसपास के गोदामों और दुकानों तक फैल गई।
मृतकों की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है, जबकि घायलों की पहचान ज्योति (42), दिव्या (20), मोहित सोलंकी (34) और दिल्ली पुलिस कांस्टेबल करमबीर के रूप में हुई है।
अग्निशमन विभाग के अधिकारी ने कहा, तलाशी अभियान जारी है।
दिल्ली फायर सर्विस (डीएफएस) के निदेशक अतुल गर्ग ने कहा कि आग लगने के संबंध में शाम 5:26 बजे एक कॉल प्राप्त हुई थी।
गर्ग ने बताया, “दमकल की 22 गाड़ियों को मौके पर भेजा गया, जो रात 9 बजे तक आग पर काबू पाने में कामयाब रहीं। तलाशी अभियान जारी है।”
गर्ग ने आगे कहा, ‘आग ने दो पेंट और केमिकल गोदामों और आठ दुकानों को अपनी चपेट में ले लिया।
“शुक्रवार सुबह तक अब तक 11 शवों को निकालकर बाबू जगजीवन राम अस्पताल ले जाया गया है, जबकि चार घायलों को राजा हरिश्चंद्र अस्पताल ले जाया गया है।”
पुलिस उपायुक्त (बाहरी उत्तर) रवि कुमार सिंह ने कहा कि गुरुवार को अलीपुर के नेहरू एन्क्लेव में एक पेंट फैक्ट्री में भीषण आग लग गई थी।
डीसीपी ने कहा, “सूचना मिलने पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची और देखा कि आग पड़ोसी ‘नशा मुक्ति केंद्र’ सहित कई अन्य इमारतों में फैल गई थी, जहां 4-5 लोग आग में फंसे हुए थे।”
“कांस्टेबल करमवीर अपनी जान जोखिम में डालकर नशा मुक्ति केंद्र के शीर्ष पर पहुंचे और फंसे हुए लोगों को बाहर निकालने में कामयाब रहे। उन्हें जलने सहित कई चोटें आईं और अब उन्हें सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है।” अधिकारी ने बताया कि पास की इमारत से तीन घायल लोगों को एलएनजेपी अस्पताल रेफर किया गया है।
डीसीपी ने बताया कि दमकल विभाग के साथ एनडीआरएफ भी मौके पर पहुंची और जली हुई इमारतों में तलाशी अभियान चलाया।
“फैक्ट्री का संचालन सोनीपत निवासी अखिल जैन द्वारा किया जा रहा था। इस संबंध में अलीपुर थाने में मामला दर्ज कर आगे की जांच की जा रही है।
–आईएएनएस
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