नई दिल्ली, 28 जनवरी । दिल्ली विधानसभा चुनाव से ठीक पहले पानी का मुद्दा गहराता और गरमाता जा रहा है। इस मुद्दे को लेकर दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवत सिंह मान ने चुनाव आयोग को एक चिट्ठी भी लिखी थी और उनसे मिलने का समय मांगा था। मंगलवार को चुनाव आयोग में चुनाव आयुक्त से मुलाकात के बाद दोनों ही मुख्यमंत्रियों ने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री से चुनाव आयोग की मुलाकात के बाद इस मसले का समाधान निकलेगा। दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा कि उनकी और भगवंत मान की मुलाकात मुख्य चुनाव आयुक्त के अलावा अन्य अधिकारियों से हुई। दिल्ली में पानी के मुद्दे पर लंबी चर्चा हुई है। हमने चुनाव आयोग को बताया कि किस तरह से यमुना में हरियाणा से आने वाले पानी में अमोनिया का स्तर ‘जहरीला’ हो गया है।
उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट्स एक पीपीएम से दो पीपीएम तक अमोनिया को ट्रीट कर सकते हैं, लेकिन पिछले कुछ दिनों से लगातार जो अमोनिया का स्तर है, 7 पीपीएम तक पहुंच गया है। हमने यह आग्रह किया है कि अगर इसी तरह जहरीला पानी आता रहा तो हमारे कई वाटर ट्रीटमेंट प्लांट्स बिल्कुल बंद हो जाएंगे और 30 प्रतिशत दिल्ली को पानी नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि हमें चुनाव आयोग ने आश्वस्त किया है कि यह एक बहुत महत्वपूर्ण मुद्दा है। लोगों के जीने-मरने से जुड़ा मुद्दा है।
आयोग ने भरोसा दिया है कि दिल्ली के लोगों के हित में जो भी फैसला होगा, उसे चुनाव आयोग हरियाणा के पक्ष को सुनने के बाद सुनाएगा। पंजाब के सीएम भगवंत मान ने कहा कि हमने कभी इस लेवल पर पानी कम नहीं किया कि जितना उनका बनता है, वह हम उनको देते हैं। अगर प्रदूषित पानी आता है तो खतरनाक है। चुनाव आयोग ने कहा है कि हम उसका टेस्ट करवा लेंगे कि अगर जिस पॉइंट से वह पानी दिल्ली को छोड़ रहे हैं, उस पॉइंट पर कितना अमोनिया है। उन्होंने कहा कि हमें अतिरिक्त पानी मुनक नहर से दिया जाए, ताकि दिल्ली वालों की समस्या दूर हो जाए। –
-आईएएनएस
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