“जब मेरे जैसी एक अपंग लडकी धरती की सबसे उंची पर्वत चोटी एवरेस्ट पर फतह करने के बाद विश्व के छह महाद्वीपों की सभी उचछतम पर्वत श्रृंखलाओं को भी लांघकर विश्व प्रसिद्ध हो सकती है, तो फिर नई दिल्ली क्षेत्र में रहने वाले नागरिक देश की राजधानी को आने वाले स्वच्छता सर्वेक्षण – 2018 में पहला रेंक दिलाने के लक्ष्य को क्यों नही पूरा कर सकते है।”
यह बात आज विश्व प्रसिद्ध पर्वतारोही सुश्री अरूणिमा सिन्हा, जो अब नई दिल्ली नगरपालिका परिषद् की स्वच्छतादूत भी हैं, उन्होंने पालिका परिषद् के 400 से अधिक सफाई सेवकों से एक विचार विनिमय सत्र के दौरान कही । यह कार्यक्रम पालिका परिषद् के खान मार्केट स्थित आपदा प्रबंधन केन्द्र में स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित किया गया था।
उन्होंने कहा कि किसी भी नगर निकाय या संस्थान में सफाई सेवक वहाॅं के स्वच्छता अभियान का अग्रिम मोर्चे पर डट कर कार्य करने वाले पहला सिपाही होता है और किसी भी नगर की स्वच्छता उसकी देख-रेख और उसके सौन्दर्य के निखार में उसकी महत्वपूर्ण भूमिका होती है । सभी सफाई सेवकों को प्रोत्साहित करते हुए सुश्री अरूणिमा सिन्हा ने कहा कि यें सभी पालिका परिषद् क्षेत्र की स्वच्छता के आधार स्तंम्भ है और यंे ही स्वच्छता मिशन की सम्पूर्ण सफलता को वास्तविकता के धरातल पर लाने के सक्षम अधिकारी हैं।
नई दिल्ली में आवासीय क्षेत्रों में ही नहीं इसके आसपास की भी स्वच्छता की महत्ता पर जोर देते हुए सुश्री सिन्हा ने कहा कि नई दिल्ली भारत सरकार का केन्द्रीय स्थल है। इसे साफ, स्वच्छ और हरा-भरा रखने का हम पर महत्वपूर्ण दायित्व है। उन्होंने यह भी कहा कि नई दिल्ली के लोगों की साफ-सफाई और सामुदायिक स्वास्थ्य आदतों एवं अभिरूचियों की सकारात्मक तस्वीर यहाॅं से पूरे विश्व में प्रतिबिम्बित होती है।
इस अवसर पर पालिका परिषद् के अध्यक्ष श्री नरेश कुमार ने बताया कि स्वच्छता सर्वेक्षण – 2017 में पालिका परिषद् को पूरे देश के उत्तरीय जोन में सबसे स्वच्छ शहर का प्रथम पुरस्कार मिला है जबकि पूरे देश में पालिका परिषद् क्षेत्र सातवें स्थान पर रहा है जो कि 2014 में 15वें स्थान पर था। नई दिल्ली नगरपालिका परिषद् आने वाले स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 में अपने सत्त प्रयासों से पहले स्थान पर आने के लिए कृतसंकल्पित है।
आगामी स्वच्छता सर्वेक्षण की रणनीति पर विस्तार से बताते हुए पालिका परिषद् के अध्यक्ष ने कहा कि इस बार मुख्य जोर पालिका परिषद् क्षेत्र को शत् प्रतिशत कूड़ा पृथकरण के माध्यम से ‘कूड़ा रहित काॅलोनी‘ बनाना है। उन्होंने यह भी कहा कि पालिका परिषद् 330 जनशौचालय परिसर बना चुकी है। 63 जनशौचालय परिसर निर्माणाधीन है, जो इस वर्ष के अंत तक तैयार हो जाएगें। ये सभी शौचालय गूगल टाॅयलेट लोकेटर और मोबाईल एप्प NDMC311 पर स्मार्ट फोन से खोजे जा सकते हैं। इन सबके माध्यम से पालिका परिषद् क्षेत्र नई दिल्ली को हम देश का पहला ‘खुले में पैशाब करने से मुक्त‘ शहर बना सकेगें।
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