सैन फ्रांसिस्को| कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने नोटबंदी और जल्दबाजी में लागू किए गए वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) प्रणाली के लिए मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की निंदा करते हुए कहा कि इन दोनों कदमों से भारतीय अर्थव्यवस्था को भारी क्षति पहुंची है।
राहुल राजनीतिज्ञों, वैश्चिक विचारकों और अप्रवासी भारतीयों से चर्चा के लिए अमेरिका की दो सप्ताह की यात्रा पर हैं।
राहुल ने कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी में ‘इंडिया एट 70 : रिफ्लेक्शन्स ऑन द पाथ फॉरवर्ड’ विषय पर छात्रों को संबोधित करते हुए कहा, “सरकार की नोटबंदी और जल्दबाजी में लागू की गई जीएसटी जैसी आर्थिक नीतियों के कारण अर्थव्यवस्था को भारी क्षति पहुंची है।”
राहुल ने कहा कि सरकार के नोटबंदी के कदम के कारण सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में दो प्रतिशत की गिरावट आई है।
उन्होंने कहा, “नोटबंदी जैसा फैसला मुख्य आर्थिक सलाहकार, मंत्रिमंडल और यहां तक कि संसद की राय के बिना लिया गया और इसके कारण भारी क्षति पहुंची है।”
राहुल ने जम्मू एवं कश्मीर में आतंकवाद की समस्या के लिए मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा, “जब हमारी सरकार सत्ता में आई थी, तब कश्मीर में आतंकवाद चरम पर था और जब 2013 में हमारा शासन समाप्त हुआ, तब तक हमने आतंकवाद की कमर तोड़ दी थी। तब मैने तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को गले लगाते हुए कहा था कि यह एक बड़ी उपलब्धि है।”
उन्होंने इसमें भाजपा की गठबंधन सहयोगी पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की भूमिका के बारे में कहा, “युवाओं को राजनीति में लाने में पीडीपी की महत्वपूर्ण भूमिका रही है, लेकिन जब से मोदी ने पीडीपी के साथ गठबंधन किया है, उन्होंने उन्हें(पीडीपी) बर्बाद कर दिया है।”
राहुल ने कहा कि मोदी सरकार के आने के बाद कश्मीर में आतंकवाद और हिंसा बढ़ गई है।
राहुल ने भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर भीड़ द्वारा हिंसा और गोरक्षा के नाम पर की जाने वाली हिंसा को लेकर भी निशाना साधा।
राहुल ने कहा, “घृणा, क्रोध और हिंसा हमें बर्बाद कर सकते हैं। ध्रुवीकरण की राजनीति खतरनाक है।”
उन्होंने कन्नड़ पत्रकार और कार्यकर्ता गौरी लंकेश की हत्या की ओर इशारा करते हुए कहा कि निर्भीक पत्रकारों की हत्या की जा रही है।
राहुल ने कहा, “ऐसी घटनाओं से लाखों लोगों को लगता है कि देश में उनका कोई भविष्य नहीं है।”
राजवंश की राजनीति के बारे में पूछे जाने पर राहुल ने कहा, “देश के ज्यादातर हिस्से में ऐसा ही है। भारत में ऐसा ही है।”
उन्होंने कहा, “राजवंश की राजनीति की समस्या सभी राजनीतिक दलों में है। अखिलेश (समाजवादी पार्टी के मुलायम सिंह यादव के बेटे), स्टालिन (डीएमके के एम. करुणानिधि के बेटे), अभिषेक बच्चन (बॉलीवुड सुपरस्टार अमिताभ बच्चन के बेटे) – ये सभी राजवंश की परंपरा के उदाहरण हैं। पूरा देश ऐसे ही चल रहा है।”
राहुल ने कहा कि इस मुद्दे को लेकर केवल उन पर ही सवाल न खड़े किए जाएं।
एक प्रश्नोत्तर सत्र में पार्टी द्वारा 1984 में हुए सिख विरोधी दंगों के मामले में जगदीश टाइटलर और सज्जन कुमार जैसे नेताओं को कांग्रेस द्वारा बचाने को लेकर पूछे गए सवाल पर राहुल ने कहा, “किसी के भी खिलाफ हिंसा गलत है और मैं इसकी निंदा करता हूं। मैं सिख समुदाय से प्रेम करता हूं। अगर किसी भी प्रकार से मैं उन्हें न्याय दिलाने में मदद कर सकता हूं तो मैं यह जरूर करना चाहूंगा।”
–आईएएनएस
और भी हैं
देश में गठबंधन हो रहा मजबूत, रणनीति के तहत बदली उपचुनाव की तारीख : डिंपल यादव
झारखंड : एनडीए में सीट शेयरिंग पर बनी सहमति, जानिए भाजपा कितने सीटों पर लड़ेगी चुनाव
17 अक्टूबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे नायब सिंह सैनी, तैयारियां तेज