बलिया (उत्तर प्रदेश): अपनी बेटी के “तिलक” समारोह के लिए पुराने नोटों का आदान-प्रदान करने में सक्षम नहीं हो पाए एक 40 वर्षीय व्यक्ति को दिल का दौरा पड़ने के बाद निधन हो गया, उनके परिवार के सदस्यों ने इसकी पुष्टी की ।
सुरेश सोनार की पुत्री (सुमन) के “तिलक” समारोह आज के लिए निर्धारित किया गया था। लेकिन वह 500 रुपये और 1000 रुपये के नोटों की “अचानक” demonetisation के कारण नकदी की कमी पढ़ गयी ।
घण्टो तक SBI बैंक की कतार में खड़े होने बाद बगैर पैसे लिए उदास होकर घर लौट आये सुरेश। उन्हें देर रात दिल का दौरा पड़ा और और उनकी मृत्यु हो गयी , परिवार के सदस्यों ने दावा किया।
S.P. वैभव कृष्णा ने कहा, “हम मामले की जांच कर रहे हैं “।
और भी हैं
रॉन्ग साइड चलने वाले वाहनों के खिलाफ विशेष कार्रवाई की जाएगी : लक्ष्मी सिंह
जस्टिस संजीव खन्ना बने भारत के 51वें मुख्य न्यायाधीश
मुस्लिम महिलाओं और शिया धर्मगुरु ने वक्फ बिल का किया समर्थन