एस.पी. चोपड़ा,
फिल्म स्टेनली का डिब्बा और हवा हवाई जैसी बच्चों की फिल्मों के एक्सपर्ट माने जाने वाले अमोल गुप्ते एक बार फिर एक ख़ास फिल्म है जिसमें फिल्म का केंद्र भी एक छोटा बच्चा ही है।
इस फिल्म की शुरुआत खाने की महक के साथ होती है और ये फिल्म देखते हुए आपको अमोल गुप्ते की फिल्म ‘स्टैनली का डिब्बा’ की भी याद आएगी.
कहानी है 8 साल के सनी (खुशमीत गिल) की जो एक डिसऑर्डर की वजह से सूंघ नहीं सकता, सनी की दादी को लगता है कि ये सनी के साथ अच्छा नहीं हुआ क्योंकि सनी के परिवार का बिजनेस ही है चटपटे अचार बनाना.
सूंघ ना पाने की वजह से सनी को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है और वो अपनी क्लास में भी कटा- कटा रहता है. लेकिन एक दिन सनी के साथ एक अद्भुत घटना घटती है .
एक साइंस लैब में हुए हादसे में इस बच्चे को सूंघने की शक्ति मिलती है, लेकिन ये सुपरशक्ति बन जाती है.सनी की सूंघने की क्षमता वापस आ जाती है. सनी अब सिर्फ सूंघ ही नहीं सकता बल्कि वो 2 किलोमीटर दूर से आने वाली महक भी पकड़ लेता है.
इसके बाद अपनी शक्ति का इस्तेमाल करके सनी दूसरे बच्चों के साथ मिलकर तरह तरह की समस्याएं सुलझाता है. फिल्म के डायलॉग अच्छे हैं और पहली बार कैमरे के सामने आने वाले बच्चों ने शानदार एक्टिंग की है बल्कि ज्यादातर बच्चों को देखकर लगता ही नहीं है कि वो एक्टिंग कर रहे हैं.
‘स्निफ’ एक हल्की फुल्की, ताजी और खुशबूदार फिल्म है और अगर आपके पास भी अच्छी फिल्में सूंघने की क्षमता हैं तो स्निफ आपके लिए ही बनी हैं. बच्चों को खासतौर पर पसंद आने वाली इस फिल्म को भी 2.5 स्टार मिले हैं.
#स्टारकास्ट: खुशमीत गिल, सुरेखा सीकरी, सुष्मिता मुखर्जी, राजेश पुरी, अमोल गुप्ते
#लेखक व निर्देशक: अमोल गुप्ते
#निर्माता: अजीत ठाकुर
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