✅ Janmat Samachar.com© provides latest news from India and the world. Get latest headlines from Viral,Entertainment, Khaas khabar, Fact Check, Entertainment.

Photo: Hamid Ali

इंदौर को मिला सर्वश्रेष्ठ जिले का राष्ट्रीय जल पुरस्कार राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु  ने किया सम्मानित

नई दिल्ली:21 अक्टूबर ,इंदौर जिले को जल संचयन और जल संरक्षण में महत्वपूर्ण योगदान के लिए पश्चिम क्षेत्र  के सर्वश्रेष्ठ जिले का राष्ट्रीय जल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने  5वें राष्ट्रीय जल पुरस्कार-2023 समारोह में यह पुरस्कार प्रदान किया। पुरस्कार इंदौर के कलेक्टर श्री आशीष सिंह, नगर निगम आयुक्त श्री शिवम वर्मा तथा जिला पंचायत सीईओ श्री सिद्धार्थ जैन ने ग्रहण किया। कार्यक्रम में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री सीआर पाटिल और राज्यमंत्री श्री वी. सोमन्ना भी उपस्थित थे।

इंदौर जिले में जल संरक्षण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की गई हैं। जिले में अजनार, बालम, चोरल, कराम, मोरल और पातालपानी नदियों के जलग्रह-क्षेत्रों में विभिन्न कार्य किए गए हैं, जिनमें 366 वृक्षारोपण कार्य, 216 जल संचयन कार्य, 60 रिचार्ज संरचनाएं, 90 वाटरशेड उपचार कार्य और 814 जल और मिट्टी संरक्षण कार्य शामिल हैं। इसके अलावा  बालम नदी के जलग्रह-क्षेत्र में 5 अमृत सरोवर, 4 फार्म पॉन्ड, 5 चेक डैम और 30 गेबियन जाल संरचनाएं बनाई गई हैं।

जल संचयन के प्रयासों के अंतर्गत नाला ट्रेंचिंग (गहरीकरण) के लगभग 420 कार्य किए गए हैं, जिससे जल स्तर में वृद्धि हुई है। पुष्कर धरोहर समृद्धि अभियान के तहत 462 पुरानी संरचनाएं जैसे- तालाब, चेक डैम और स्टॉप डैम का जीर्णोद्धार किया गया है, जिससे जल भंडारण क्षमता में 16 लाख घन मीटर की वृद्धि हुई है और 1500 हेक्टेयर कृषि भूमि के लिए अतिरिक्त सिंचाई सुविधा उपलब्ध हुई है।

जिले में वृहद स्तर पर जल संचयन संरचनाएं भी निर्मित की गयी हैं जिसमे 420 फार्म पॉन्ड, 180 पेरकोलेशन टैंक, 100 निस्तारी टैंक और 190 चेक डैम शामिल हैं। इससे जिले में जल भंडारण क्षमता में 30 लाख घन मीटर की वृद्धि हुई है। लगभग 25,500 हेक्टेयर क्षेत्र को ड्रिप और स्प्रिंकलर सिंचाई प्रणालियों के तहत लाया गया है, जिससे जिले के लगभग 16,000 किसान लाभान्वित हुए हैं। जिले में एक लाख घरों की छतों पर नागरिकों द्वारा अपने खर्च पर ही वर्षा जल संचयन प्रणाली स्थापित की गई हैं और 10 स्थानों पर पीज़ोमीटर लगाए गए हैं जिनसे जल स्तर का मूल्यांकन किया जा सके।  हरियाली महोत्सव के दौरान 20 लाख पौधे लगाए गए हैं और इंदौर शहरी क्षेत्र में कुल 2.55 लाख पौधे लगाए गए हैं।

राष्ट्रीय जल पुरस्कारों का उद्देश्य पानी के महत्व के बारे में जागरूकता उत्पन्न करना और स्वच्छ जल के उपयोग के सर्वोत्तम प्रचलन अपनाने के लिए प्रेरित करना है। 5वें राष्ट्रीय जल पुरस्कार में सर्वश्रेष्ठ राज्य, सर्वश्रेष्ठ जिला, सर्वश्रेष्ठ ग्राम पंचायत, सर्वश्रेष्ठ शहरी स्थानीय निकाय, सर्वश्रेष्ठ स्कूल या कॉलेज, सर्वश्रेष्ठ उद्योग, सर्वश्रेष्ठ जल उपयोगकर्ता संघ, सर्वश्रेष्ठ संस्थान और सर्वश्रेष्ठ नागरिक समाज सहित नौ श्रेणियों में संयुक्त विजेताओं सहित 38 विजेताओं को पुरस्कृत किया गया है।

About Author