नई दिल्ली।एनएसएस दिवस के अवसर पर के.आर. मंगलम विश्वविद्यालय की एनएसएस इकाई ने “भविष्य को सशक्त बनाना: राष्ट्र निर्माण और विकास में युवाओं की भूमिका” थीम पर आधारित एक एनएसएस ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन किया। इस अवसर पर मीता राजीवलोचन सचिव (युवा मामले), युवा मामले विभाग,युवा मामले एवं खेल मंत्रालय, भारत सरकार ने छात्र – छात्राओं एवं आयोजन समिति की टीम के उत्साहवर्धन के लिए शुभकामना सन्देश भेजा जिसमें उन्होंने कहा कि भारत में युवाओं की संख्या सबसे अधिक है। इसलिए देश को युवा वर्ग से बहुत अपेक्षाएं है। राष्ट्रीय सेवा योजना एक युवा समूह है। मेरा सभी राष्ट्रीय सेवा योजना के सदस्यों से आग्रह है कि वे अपनी शक्ति को पहचाने , देश में रचनात्मक प्रयासों के द्वारा एक नए भारत का निर्माण करें। समाज से जुड़े , सामाजिक समस्याओं के हल में एक माध्यम बने और श्रेष्ट नागरिक बन कर एक आदर्श प्रस्तुत करें। आपका यह प्रयास ही राष्ट्रीय सेवा योजना के उद्देश्यों की सफलता का प्रमाण होगा। मीता राजीवलोचन ने भागीदारी जन सहयोग समिति से आग्रह किया कि यूनिवर्सिटी की राष्ट्रीय सेवा योजना को कानूनी जागरूकता के अभियान से जोड़े तथा अपने अनुभव को साँझा करके राष्ट्रीय सेवा योजना से सदस्यों को लाभान्वित करें। उन्होंने राष्ट्रीय सेवा योजना के आर मंगलम यूनिवर्सिटी गुरुग्राम को एनएसएस दिवस के एक भव्य कार्यक्रम के प्रति अपनी हार्दिक शुभकामनाएं दी।
इस अवसर पर कुलपति प्रो. रघुवीर सिंह, न्यायाधीश और सचिव डीएलएसए, गुड़गांव रमेश चंदर, अध्यक्ष भागीदारी जन सहयोग समिति विजय गौड़ . हरियाणा के राज्य एनएसएस अधिकारी डॉ. दिनेश कुमार, पंजाब एंड सिंध बैंक के ए.एन. सिंह, , प्रसिद्ध साइबर कानून विशेषज्ञ डॉ. रक्षित टंडन और प्रसिद्ध कवयित्री व जयस फाउंडेशन की निदेशक सुश्री नाज़रीन अंसारी ‘राफी’ ने सम्बोधित किया। कार्यक्रम के दौरान एनएसएस के छात्रों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से अपनी प्रतिभाओं का प्रदर्शन किया, जिसने पूरे माहौल को और भी उत्साहपूर्ण बना दिया। छात्रों ने नृत्य, गायन और कविता पाठ की अद्भुत प्रस्तुतियां दीं, जो सभी के लिए प्रेरणादायक और मनोरंजक रहीं। नृत्य प्रस्तुति ने भारतीय संस्कृति की विविधता और उत्सव की भावना को दर्शाया, जबकि गायन ने राष्ट्रप्रेम और सामाजिक जागरूकता पर आधारित गीतों के माध्यम से दर्शकों का मन मोह लिया। कविता पाठ के दौरान, छात्रों ने सामाजिक मुद्दों और राष्ट्र निर्माण के महत्व पर केंद्रित कविताएं प्रस्तुत कीं, जिनमें से कई कविताएं युवाओं के कर्तव्यों और समाज में उनके योगदान पर आधारित थीं। इन सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने न केवल छात्रों की कलात्मक क्षमताओं को उजागर किया बल्कि राष्ट्र निर्माण और सामाजिक जिम्मेदारियों के संदेश को भी सशक्त रूप से व्यक्त किया।
कार्यक्रम का समापन एनएसएस स्वयंसेवकों को उनके सामाजिक आउटरीच कार्यक्रमों में विशेष प्रयासों के लिए पुरस्कार देने के साथ हुआ। ये पुरस्कार उनके समर्पण और विभिन्न सामाजिक पहलों में प्रतिबद्धता के प्रतीक के रूप में दिए गए थे। सम्मानित स्वयंसेवकों ने रक्तदान शिविर, महिला सशक्तिकरण कार्यशालाओं और पर्यावरण अभियानों सहित कई सामुदायिक सेवा गतिविधियों में भाग लिया था, जो एनएसएस के मूल्यों को दर्शाता है।
कुलपति और अन्य विशिष्ट अतिथियों ने स्वयंसेवकों को व्यक्तिगत रूप से पुरस्कार प्रदान किए, और उन्हें समाज सेवा में अपने प्रयास जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया। इस सम्मान ने न केवल पुरस्कार प्राप्त करने वालों को प्रेरित किया बल्कि अन्य छात्रों को भी एनएसएस मंच के माध्यम से समुदाय में सक्रिय रूप से योगदान करने के लिए प्रेरित किया।
यह कार्यक्रम एक उच्च उत्साह और गर्व के साथ समाप्त हुआ, जिसमें सभी प्रतिभागियों ने राष्ट्र निर्माण और सामाजिक कल्याण की दिशा में काम करने की प्रेरणा और उत्साह महसूस किया।
सभी अतिथि वक्ताओं ने कुलपति रघुवीर सिंह के कुशल नेतृत्व एवं विश्वविद्यालय की एनएसएस इकाई प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर डॉ० नीरज कुमारी की आयोजन क्षमता की मुक्त कंठ से प्रशंसा की। कार्यक्रम की शोभा रजिस्ट्रार डॉ. राहुल शर्मा,आईक्यूएसी समन्वयक डॉ. शिखा दत्ता शर्मा और एसओएलएस की एसोसिएट डीन डॉ. इंदरप्रीत कौर सहित कई विशिष्ट अतिथियों और गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति से बढ़ी।
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