नई दिल्ली: “डेंगू और अन्य जलजनित बीमारियों की रोकथाम और नियंत्रण के संबंध में नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) के स्वास्थ्य विभाग द्वारा किए जा रहे निरंतर प्रयासों के फलस्वरूप पिछले दो वर्षों की तुलना में इस वर्ष इन मामलों की संख्या में काफी कमी आई है।” नई दिल्ली नगरपालिका परिषद क्षेत्र में जलजनित रोगों की रोकथाम और नियंत्रण पर तीन साल की तुलनात्मक स्थिति पर रिपोर्ट जारी करते हुए परिषद के स्वास्थ्य चिकित्सा अधिकारी अधिकारी डॉ रमेश कुमार ने आज यह जानकारी दी।
डॉ रमेश कुमार ने कहा कि जलजनित रोगों पर तीन साल की तुलनात्मक रिपोर्ट के अनुसार, इस साल डेंगू के लिए पंजीकृत मामलों की संख्या केवल 22 है, जो कि पिछले दो वर्षों की तुलना में काफी कम है जबकि 2018 में आंकड़े 81 और 2019 में 52 थे।
जहां तक मलेरिया और चिकनगुनिया के मामलों की बात है, तो इस साल मलेरिया के मामलों की संख्या 08 है जबकि पिछले साल की तुलना में चिकनगुनिया के केवल 04 मामले सामने आए हैं। उन्होंने कहा कि 2018 और 2019 में मलेरिया के मामले क्रमश: 49 और 44 थे।
पालिका परिषद ने नियमित रूप से एंटी लार्वा चेकिंग अभियान चलाया हुआ है, जिसमें स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने 427970 घरों / परिसरों को दौरा करके चेक किया और इनमे से लार्वा के लिए 1636 परिसर पॉजिटिव पाए गए है
इसके साथ ही पालिका परिषद के स्वास्थ्य विभाग की टीम के सदस्य बिना कवर वाले ओवरहेड टैंक और अन्य पानी के कंटेनरों या जलपात्रों पर भी ध्यान केंद्रित कर रहे हैं जो से लार्वा प्रजनन के लिए संवेदनशील हैं। इस दौरान 836480 पानी के कंटेनरों की जाँच के बाद केवल 3514 लार्वा से पोसिटिव पाए गए।
नई दिल्ली नगरपालिका परिषद ने इस वर्ष 2894 नोटिस जारी किए हैं जबकि वर्ष 2018 और 2019 में क्रमशः 3112 और 2819 जारी किए गए थे। वर्ष 2018 और 2019 के दौरान जारी किए गए चालान की संख्या क्रमशः 124 और 108 रही , जबकि इस वर्ष केवल 163 चालान जारी किए गए हैं।
पालिका परिषद के स्वास्थ्य विभाग द्वारा किए गए प्रयासों के विवरण देते हुए स्वास्थ्य चिकित्सा अधिकारी डॉ रमेश ने कहा कि जलजनित रोगों की रोकथाम और नियंत्रण के संबंध में नई दिल्ली क्षेत्र के निवासियों को जागरूक बनाने के लिए इस वर्ष कोविड19 के कारण, स्कूलों के छात्रों, आरडब्ल्यूए, एमटीए के लिये विचार विमर्श के लिये आदान प्रदान सत्रों या अन्य सार्वजनिक गतिविधियों के विकल्प के तौर पर पालिका परिषद एसएमएस संदेशों पर ध्यान केंद्रित कर रही है, मोबाइल फोन पर कॉल कर रहे है, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर रहे है, होर्डिंग और पोस्टर लगा कर जागरूकता फैलाई जा रही है।
नई दिल्ली नगरपालिका परिषद द्वारा जलजनित रोगों की रोकथाम के बारे में आम जनता को जागरूक करने के लिए ” क्या करें , क्या न करें ” ( Do’s और Don’ts ) के पैम्फलेट वितरित किये जा रहे है।
पालिका परिषद प्रत्येक सप्ताह 50000 एसएमएस जारी कर रही है ताकि निवासियों को उनके इलाके में मच्छरों के पनपने से रोकने के लिए स्वयं कार्रवाई करने के लिये प्रेरित किया जा सके।
पालिका परिषद ने नई दिल्ली क्षेत्र के सभी निवासियों और आगंतुकों से अपील की कि वे जलजनित बीमारियों को रोकने के लिए अपनी गतिविधियों में नागरिक निकाय का सहयोग करें। यह बहुत स्पष्ट है कि आम जनता के साथ-साथ सीपीडब्ल्यूडी, अस्पतालों, सरकारी और गैर-सरकारी कार्यालयों तथा अन्य लोगों के समर्थन के बिना, मच्छरों के प्रजनन की जाँच करना बहुत मुश्किल होगा।
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