नई दिल्ली:
NDMC घर-घर जाकर ऐसे संक्रमित कचरे को एकत्र कर रहा है
NDMC द्वारा क़ुरएन्टिन घरों से कोरोना वायरस ( covid19 ) संक्रमित कचरे के संग्रह और उसके वैज्ञानिक तरीके से उचित निपटान के उद्देश्य से, अपने क्षेत्र में पृथक निवास स्थानों जहां कोरोना वायरस से संबंधित व्यक्ति या रोगी रह रहे है।
वहां से घर-घर जाकर ऐसे संक्रमित कचरे को एकत्र करने के लिए एक ऐसा तंत्र बनाया है,जिससे ऐसे कचरे से किसी और स्वस्थ व्यक्तियों को संक्रमित होने से बचाया जा सकें तथा ऐसे कचरे का वैज्ञानिक विधि से उचित निपटान भी किया जा सकें ।
क़ुरएन्टिन घरों से घर घर जाकर ऐसा संक्रमित बायो-मेडिकल अपशिष्ट और संबंधित घरेलू कचरा एकत्र करना शुरू कर देते है
NDMC के इस काम के लिये नियुक्त विशेष कर्मचारी प्रतिदिन सुबह 07.00 बजे, अपने क्षेत्र के क़ुरएन्टिन घरों से घर घर जाकर ऐसा संक्रमित बायो-मेडिकल अपशिष्ट और संबंधित घरेलू कचरा एकत्र करना शुरू कर देते है, जिनमें कोरोना वायरस प्रभावित व्यक्ति या पृथक निवास में रखे गए रोगी रहते हैं।
ऐसे क़ुरएन्टिन घरों की सूची जिला मजिस्ट्रेट – नई दिल्ली के कार्यालय द्वारा पहले से उपलब्ध करा दी जाती है, जिसमें इन घरों की संख्या लगभग 30 से 40 दैनिक आधार पर होती है।
NDMC ने इस कार्य के लिये एक वाहन और उसका चालक और दो अन्य कर्मचारियों को तैनात किया हुआ है । वे ही परिषद क्षेत्र में इन पृथक निवास स्थानों से ऐसे खतरनाक कचरे का संग्रह करते है ।
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सुरक्षा उपकरण (पीपीई) किट उपलब्ध कराई जा रही है
इस दौरान कोरोना वायरस के संक्रमण से पूर्ण सुरक्षा प्रदान करने के लिए इन कर्मचारियों को रोजाना नई व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) किट उपलब्ध कराई जा रही है, जिसे पहनकर ये अपने कार्य को सुरक्षापूर्वक करने के लिये निकलते है ।
इन क़ुरएन्टिन घरों से एकत्र संक्रमित अपशिष्ट सामग्री को पीले बैग में भरा जाता है, जो पहले से ही सोडियम हाइपोक्लोराइट द्रव के तरलघोल में संक्रमण मुक्त किया गया होता है। बैग कचरे से भरने के बाद, इसे कसकर टैग द्वारा सील किया जाता है और इस प्रकार के कचरे की ढुलाई के लिये लगाए गए विशेष वाहन में भरा जाता है ।
कचरा बैग्स का रोजाना वजन लगभग 150 किलोग्राम से 200 किलोग्राम तक होता है
NDMC क्षेत्र से इस प्रकार इकठ्ठा किये गए कचरा बैग्स को सुबह 10 बजे तक तौलने के लिये एक स्थान पर लाया जाता है,यहाँ इन सबका रोजाना वजन लगभग 150 किलोग्राम से 200 किलोग्राम तक होता है ।
इसके बाद इन संक्रमित कचरे के सभी बैग्स को दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (DPCC) के दिशा-निर्देशों के अनुसार वैज्ञानिक विधि से अंतिम निपटान के लिए एक एजेंसी बायो टेक् सॉल्यूशन (BioTec Solutions )को सौंप दिया जाता है।
यह एजेंसी में कोरोना वायरस से संक्रमित रोगियों के लिए बिड़ला मंदिर धर्मशाला स्थित पृथक निवास केंद्र और वाई डब्लू सी ए ( YWCA ) में बनाये गए आइसोलेशन केंद्र से ऐसे ही अपशिष्ट को भी एकत्र कर रही है।
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