इस्लामाबाद : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने गुरुवार को घोषणा की कि पकड़े गए भारतीय वायुसेना के पायलट को शुक्रवार को रिहा कर दिया जाएगा। पाकिस्तान ने यह कदम भारत के बिना शर्त, तत्काल व सकुशल रिहाई की मांग के बाद उठाया है। इसे भारत की कूटनीतिक जीत के तौर पर देखा जा रहा है।
इसे ‘शांति के संकेत’ के तौर पर बताते हुए इमरान खान ने पाकिस्तान के नेशनल एसेंबली के संयुक्त सत्र में कहा कि भारत-पाकिस्तान की स्थिति को नियंत्रण से बाहर नहीं जाना चाहिए, अन्यथा पाकिस्तान को जवाबी कार्रवाई करनी पड़ेगी।
On the way to Amritsar #Abhinandan Family gets Standing ovation in Flight by the co-passengers#welcomehomeabhinandan pic.twitter.com/mHt8aJ6EYl
— Afroz Alam (@AfrozJournalist) March 1, 2019
PM #ImranKhan announces release of Indian pilot #Abhinandan as ‘peace gesture’ pic.twitter.com/aBGVxEGQ6j
— Daniyal Ahmed Khan (@DKhanUK) February 28, 2019
#FinalStrike brave son of Motherland#Abhinandan will coming soon
So it's a very good news for us.
I think our media or political parties shouldn't create Atmosphere of hatred #ForTheThrone pic.twitter.com/2mBjEnYOAA— 🇮🇳OMKAR YADAV🕊️ (@omkar_yadav11) February 28, 2019
भारत की रिहाई की मांग व इस मुद्दे पर बातचीत से इनकार के बाद घंटों बाद विंग कमांडर अभिनंदन की रिहाई की घोषणा की गई।
इमरान खान ने कहा कि गलत अनुमान से देश बर्बाद हो गए।
भारत पर युद्ध उन्माद का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, “मुझे डर है कि इसमें गलत अनुमान हो सकता है। युद्ध हल नहीं है। अगर भारत कोई कार्रवाई करता है तो हम जवाब देंगे।”
उन्होंने कहा एसेंबली का संयुक्त सत्र भारत से बढ़ते तनाव पर चर्चा के लिए बुलाया गया है।
इमरान खान ने कहा, “हमारे हवाई हमले (भारत पर बुधवार को) का एक मात्र उद्देश्य हमारी क्षमता का प्रदर्शन करना था।”
उन्होंने कहा, “हम भारत में किसी को हताहत नहीं करना चाहते थे, इसलिए हमने जिम्मेदाराना तरीके से कार्रवाई की।”
इमरान खान ने कहा कि उन्होंने टेलीफोन पर बुधवार को भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत करने की कोशिश की, क्योंकि तनाव का बढ़ना न तो भारतीय हित में है और न हमारे हित में।
पाकिस्तानी क्षेत्र में हवाई लड़ाई के दौरान बुधवार को मिग के गिरने के बाद भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन को पाकिस्तान द्वारा बंदी बना लिया गया।
इससे पहले दिन में भारत ने कहा कि पाकिस्तान को बातचीत के लिए एक अनुकूल माहौल बनाने की जरूरत है। इसके लिए सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ विश्वसनीय व प्रमाणिक कार्रवाई की जरूरत है।
सरकारी सूत्रों ने कहा कि भारत ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से कहा है कि यह पाकिस्तान है जो सैन्य प्रतिष्ठानों को लक्ष्यित कर मामले को बढ़ाया है और भारत ने जो किया वह आतंकवाद रोधी कार्रवाई है। पाकिस्तान ने आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई इच्छा नहीं दिखाई है। पाकिस्तान ने जैश-ए-मोहम्मद दारा किए गए 14 फरवरी के पुलवामा हमले में उनके आकाओं को नजरअंदाज कर दिया।
उन्होंने इमरान खान के बुधवार के बयान का भी जिक्र किया, जिसमें उन्होंने दो भारतीय पायलटों के बंधक बनाए जाने की बात कही और बाद में कहा गया कि एक पायलट के बंधक होने की बात कही गई।
सूत्रों के अनुसार, कहा गया कि अगर वे एक सरल तथ्य को सही से नहीं रख सकते तो यह पाकिस्तान के विश्वसनीयता को जाहिर करता है।
सूत्रों ने कहा कि सुबह 9.45 बजे बुधवार को पाकिस्तान वायुसेना के 20 से ज्यादा विमानों ने पाकिस्तान के कई अड्डों से उड़ान भरा और भारतीय हवाई क्षेत्र के संपर्क में आए।
कुछ विमानों ने नियंत्रण रेखा पार की और लेजर निर्देशित बम छोड़े। उनका निशाना सैन्य प्रतिष्ठान थे, लेकिन वे चूक गए, क्योंकि वे ज्यादा करीब नहीं आए थे।
सूत्रों ने कहा कि खान के दावे की पृष्ठभूमि के खिलाफ यह घटना हुई। इमरान खान ने दावा किया कि पाकिस्तान अपनी ताकत दिखाना चाहता है, लेकिन यह झूठ था, क्योंकि उनका वास्तविक लक्ष्य सैन्य प्रतिष्ठान थे।
सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तान द्वारा जानबूझकर अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर व भारत द्वारा मिसाइल व समुद्र के जरिए हमला कर सकने की सूचना विदेशी राजदूतों को देकर युद्ध उन्माद पैदा करने की कोशिश की।
उन्होंने कहा कि भारत ने फिदायीन जेहादियों के प्रशिक्षण स्थल पर लक्ष्यित अभियान चलाया और कोई नागरिक हताहत नहीं हुआ।
–आईएएनएस
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