लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को गुरुवार को दोबारा समाजवादी पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया। आगरा में चल रहे सपा के दसवें राष्ट्रीय अधिवेशन के दौरान उन्हें पार्टी का अध्यक्ष चुना गया।
इस मौके पर वरिष्ठ नेता मुलायम सिंह यादव व शिवपाल यादव उपस्थित नहीं थे। प्रस्तावकों के अनुमोदन पर निर्वाचन अधिकारी डॉ. रामगोपाल यादव ने इसकी घोषणा की। इसके साथ ही सभी अटकलों पर विराम लग गया।
आगरा के तारघर मैदान में चल रहा राष्ट्रीय अधिवेशन, अध्यक्ष पद के लिए निर्वाचन के साथ शुरू हुआ। सबसे पहले पार्टी का झंडा फहराया गया। इसके बाद पार्टी के शीर्ष नेता किरनमय नंदा सहित लगभग 25 प्रस्तावकों के समक्ष अखिलेश यादव ने नामांकन भरा।
अधिवेशन में उनके अलावा, एक भी नामांकन नहीं आया। इस पर सभी प्रस्तावकों ने उसका अनुमोदन किया।
डॉ. रामगोपाल ने यह भी घोषणा की है कि वर्ष 2019 का लोकसभा चुनाव और वर्ष 2022 का उप्र विधानसभा चुनाव राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा।
घोषणा के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने फिर से भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने भाजपा को धोखे और झूठ की राजनीति करने वाली पार्टी करार देते हुए कहा कि अब सपा भाजपा के सभी झूठों का पर्दाफाश करेगी।
पार्टी के शीर्ष नेताओं के साथ जया बच्चन और पूर्व सांसद डिंपल यादव भी मंच पर उपस्थित थीं।
–आईएएनएस
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