अलीगढ़| अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के छात्र अशरफ अली के होने का पता दिल्ली के जामा मस्जिद इलाके में लगाया गया। अशरफ पिछले दो हफ्ते से लापता था। सर्कल ऑफिसर (सिविल लाइंस) अनिल समानिया ने कहा कि एक पुलिस टीम द्वारा गुरुवार को उन्हें दिल्ली से अलीगढ़ वापस ले आया गया। उन्होंने कहा कि 26 साल के अशरफ ने पुलिस को बताया कि वह डिप्रेशन में था और अपने आसपास के माहौल में खुद को सहज महसूस नहीं कर पा रहा था इसलिए बिना किसी को बताए वह वहां से चला आया था।
पुलिस ने कहा कि अवसाद से पीड़ित अशरफ खुद अपनी मर्जी से कैंपस से निकला था।
अशरफ ने पुलिस को बताया कि दिल्ली के जामा मस्जिद इलाके में घूमने के दौरान अपने ‘लापता’ होने के पोस्टर को देखकर वह हैरान हो गया था। फिर उसने अपने चचेरे भाई इरशाद को कई बार कॉल लगाया, जो दिल्ली में ही रहता है।
इरशाद ने इसकी जानकारी एएमयू अधिकारियों को दी, जिन्होंने अशरफ के ठिकाने के बारे में अलीगढ़ पुलिस को सूचित किया।
अशरफ की तस्वीर के साथ उसके पोस्टर तब लगाए गए, जब पुलिस को गाजियाबाद के एक एटीएम से उसके 1,000 रुपये निकालने की जानकारी मिली थी।
बिहार के अररिया जिले का रहने वाला अशरफ एएमयू से बी.ए. (स्पैनिश) की पढ़ाई कर रहा है।
23 फरवरी को विश्वविद्यालय परिसर से उसके लापता होने के बाद विद्यार्थियों ने यहां विरोध प्रदर्शन किया और उसका पता लगाने के लिए कार्रवाई किए जाने की मांग की।
–आईएएनएस
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