नई दिल्ली: केंद्र में सत्ताधारी राजग के खिलाफ विपक्षी एकता के एक प्रदर्शन के रूप में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बिहार में सरकार द्वारा वित्तपोषित एक आश्रय गृह में 34 नाबालिग लड़कियों के साथ हुए दुष्कर्म के खिलाफ एक विरोध प्रदर्शन का शनिवार को नेतृत्व किया और आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार में समाज के सभी कमजोर वर्गो पर हमले हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आज एक तरफ भाजपा-आरएसएस की विचारधारा है, तो दूसरी तरफ पूरा देश है। राहुल ने जंतर मंतर पर उपस्थित जनसमूह को अपने संक्षिप्त संबोधन में कहा, “एक तरफ आरएसएस-भाजपा की विचारधार है और दूसरी तरफ बाकी देश है।”
इस मौके पर राजद नेता तेजस्वी यादव, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, माकपा महासचिव सीताराम येचुरी, भाकपा नेता डी. राजा और जद (यू) के बागी नेता शरद यादव सहित विभिन्न पार्टियों के नेता एक मंच पर उपस्थित हुए।
राहुल ने कहा, “पूरा विपक्ष यहां एकजुट खड़ा है। भारत एकजुट खड़ा है, जबकि दूसरी तरफ भाजपा और आरएसएस है। यह जल्द ही और स्पष्ट हो जाएगा। भारत कह रहा है कि पिछले चार सालों में जो हुआ, ठीक नहीं हुआ। भारतीय संस्कृति पर हमले हुए। लेकिन भारतीय जनता जब मन बना लेती है, तो उसके आगे कोई टिक नहीं पाता है।”
राहुल गांधी ने कहा कि दलित और समाज के कमजोर वर्ग के लोगों पर देश में खुलेआम हमले हो रहे हैं।
उन्होंने कहा, “चाहे महिलाएं हों, श्रमिक हों, जनजातीय हों, किसान हों, दलित हों या अल्पसंख्यक। हर किसी पर हमले हो रहे हैं। लेकिन हम उनसे यह कहने के लिए यहां एकजुट खड़े हैं कि हम आपके साथ हैं, हम देश की महिलाओं के साथ हैं।”
मुजफ्फरपुर जिले में एक आश्रय गृह में 34 नाबालिग लड़कियों के साथ हुए दुष्कर्म के खिलाफ इस संयुक्त विरोध प्रदर्शन का आयोजन बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने किया था।
तेजस्वी ने कहा, “एक बिहारी के नाते मैं शर्मिदा महसूस कर रहा हूं कि बिहार में पूरी तरह अराजकता है। यह बहुत ही दुखद है कि उन नाबालिगों के साथ दुष्कर्म किया गया, जिन्हें आश्रय की जरूरत थी।”
राजद नेता लालू प्रसाद के पुत्र और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी ने कहा कि यह जघन्य अपराध महिलाओं और पीड़ितों की हिफाजत करने में सरकार की विफलता का एक संकेत है।
तेजस्वी ने कहा, “ब्रजेश ठाकुर (मुख्य आरोपी) 2013 में जद(यू) में शामिल हुआ था। नीतीश कुमार इस पर स्पष्टीकरण दें। मुख्यमंत्री यहां तक कि ठाकुर के घर जा चुके हैं। जनता सब देख रही है। मैं लोगों से कहना चाहता हूं कि क्या वे एक ऐसा नेता चुनेंगे जिसने इस मुद्दे पर चुप्पी साध रखी हो? बिहार में राक्षसराज आ गया है।”
वहीं अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कुछ एनजीओ की तरफ से इस बारे में अलर्ट किया गया था कि आश्रय गृह में सबकुछ ठीक नहीं है, फिर भी बिहार सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की।
केजरीवाल ने कहा, “बच्चियों से दुष्कर्म किया जाता रहा और सरकार की तरफ से फंड आता रहा। जिन लोगों ने मुख्य आरोपी को संरक्षण दिया, वे उससे ज्यादा दोषी हैं..मैं उन्हें चेतावनी देना चाहता हूं। निर्भया के साथ दुष्कर्म हुआ था तो संप्रग सरकार हिल उठी थी। इस बार इस तरह की 40 निर्भयाओं के साथ दुष्कर्म हुआ है।”
तृणमूल कांग्रेस के दिनेश त्रिवेदी ने कहा कि यह शर्मनाक है कि दुष्कर्म की घटनाओं के संदर्भ में भारत का परिचय दिया जाता है।
सीताराम येचुरी ने कहा कि दोषियों को मृत्युदंड के सिवा इसका दूसरा कोई उपचार नहीं है।
उन्होंने कहा, “अब नारा बदल कर यह हो गया है कि ‘भाजपा से बेटी बचाओ’। मैंने इस तरह की अमानवीयता इससे पहले कभी नहीं देखी..। आज हम जिस तरह की तानाशाही देख रहे हैं, भाजपा के संरक्षण के बगैर नहीं हो सकती। हमें इस तरह की पार्टियों को केंद्र और राज्य से हटाना होगा। हमारा देश कलंकित हो रहा है।”
डी. राजा ने कहा कि मुजफ्फरपुर में नाबालिगों के साथ दुष्कर्म की जघन्य घटना के बाद नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद छोड़ देना चाहिए।
उन्होंने कहा, “नीतीश को इस पद पर बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं रह गया है। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी पूछना चाहूंगा कि आपकी बेटियों के साथ ये क्या हो रहा है। प्रधानमंत्री को चाहिए कि वह नीतीश से कड़ी कार्रवाई करने के लिए कहें। यह एक शर्म है। लड़ाई न्याय की है। भाकपा बिहार और तेजस्वी के साथ है।”
–आईएएनएस
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