नई दिल्ली।नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) के अध्यक्ष – श्री अमित यादव ने आज एनडीसीसी कन्वेंशन सेंटर, नई दिल्ली में अटल आदर्श विद्यालय और नवयुग स्कूल के प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों के लिए फाउंडेशन स्टेज के लिए राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा के संबंध में राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर दो दिवसीय कार्यशाला का उद्घाटन किया।
इस कार्यशाला का उद्घाटन करने के बाद श्री यादव ने कहा कि केन्द्र सरकार ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति बनाई है, जिसे 2023-24 के शैक्षणिक सत्र में लागू किया जा रहा है। नई नीति सभी सामाजिक वर्ग समूहों को उनके शिक्षा विकास के लिए शामिल करके हमारे देश में शिक्षा परिदृश्य को बदल देगी। उन्होंने आगे कहा कि नई नीति छात्रों द्वारा बहु-विषयक ज्ञान, बुद्धि और जानकारी हासिल करने के लिए स्ट्रीम और उनके विषय समूहों के चुनाव में लचीलापन भी प्रदान करेगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि आईटी ज्ञान उपकरणों को शिक्षा के एक भाग के रूप में शामिल किया जाना चाहिए, जो तकनीकी सुधारों द्वारा हमारे राष्ट्रीय विकास के लिए महत्वपूर्ण कदम होगा।
पालिका परिषद के अध्यक्ष श्री अमित यादव ने अटल आदर्श विद्यालयों और नवयुग स्कूलों के प्राथमिक स्कूली छात्रों द्वारा प्रदर्शित जी20 सदस्य देशों की सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक जानकारी पर लगाई एक प्रदर्शनी का उद्घाटन किया और उसका अवलोकन करते हुए दौरा किया। एनडीएमसी ने अपने सभी स्कूलों में जी20 जागरूकता के लिए जो पहल की है, उसमें स्कूली छात्रों ने जी20 विषय पर विभिन्न चार्ट, मॉडल और शिल्प बनाए हैं। उनमें से सर्वश्रेष्ठ आंकी गई प्रदर्शन सामग्री को आज शिक्षको के लिये आयोजित कार्यशाला में प्रदर्शित भी किया गया। श्री अमित यादव ने छात्रों द्वारा लगाई गई जी20 थीम आधारित प्रदर्शनी में प्रदर्शित कला और शिल्प कार्य के साथ-साथ जानकारी की अत्यंत सराहना की। उन्होंने कहा कि एनडीएमसी स्कूल के छात्रों द्वारा जी20 शिखर सम्मेलन के साथ-साथ उनके विभिन्न पहलुओं के बारे में जागरूकता पैदा करना एक महत्वपूर्ण कार्य है।
इस अवसर पर पालिका परिषद की सचिव – डॉ. अंकिता चक्रवर्ती के अलावा अनेक विभागाध्यक्ष, वरिष्ठ अधिकारी, स्कूलों के प्रमुख / प्रधानाचार्य, शिक्षक, छात्र और एनसीईआरटी के विशेषज्ञ, डॉ. सुनीति सनवाल, प्राध्यापक और प्रारंभिक शिक्षा प्रमुख उपस्थित थें।
नई दिल्ली नगरपालिका परिषद ने शिक्षकों को व्यावहारिक अनुभव प्रदान करने और राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए सत्र 2023-24 से अपने स्कूलों में फाउंडेशन स्टेज (एनसीएफ-एफएस) 2022 के लिए राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा को लागू करने के लिए कार्यशाला का आयोजन किया है। यह दो दिवसीय कार्यशाला शिक्षकों की नई नीति के बारे में समझ बढ़ाने के लिए आयोजित की जा रही है ताकि दैनिक शिक्षण में एनसीएफ-एफएस 2022 को लागू किया जा सके।
NCF-FS 2022 को NCERT द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के जनादेश के अनुसार दक्षताओं और सीखने के परिणामों, सामान्य सिद्धांतों और दृष्टिकोणों की रूपरेखा तैयार करने के लिए विकसित किया गया है, जो शिक्षण और सीखने को मूलभूत स्तर पर लागू करना चाहिए।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ( सीबीएसई ) ने एनसीएफ-एफएस 2022 को भी अपनाया है और पांच साल की शिक्षा (कक्षा नर्सरी से दूसरी कक्षा तक) की नई संरचना को सत्र 2023-24 में पेश किया जाएगा। एनसीएफ-एफएस में कई उदाहरण और दृष्टांत शामिल हैं, जो इसके कार्यान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और यह अमूर्त अवधारणा को स्पष्ट करने में मदद करता है, सीखने को सुदृढ़ करता है और नए विचारों को अभ्यास करने वाले शिक्षकों के लिए अधिक मूल्यांकन योग्य बनाता है।
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