नई दिल्ली – नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) को आवासन एवं षहरी कार्य मंत्रालय, भारत सरकार (एमओएचयूए) द्वारा पहले 20 स्मार्ट षहरों में से एक के रूप में चुना गया है। एमओएचयूए के दिषानिर्देषों के अनुसार, भारत सरकार (जीओआई) और एनडीएमसी के इक्विटी अंषदान के साथ एक विषेष प्रयोजन कम्पनी (एसपीवी) नामतः एनडीएमसी स्मार्ट सिटी लि. (एनडीएमसी एससीएल) का गठन 28 जुलाई, 2016 को किया गया है। इस तिथि तक निधि अंषदान की स्थिति का विवरण नीचे दिया गया है
इनमें से कुछ परियोजनाओं का संक्षिप्त विवरण नीचे दिया गया हैः
11 मूर्ति फाउंटेन एवं लाइटिंग – 11 मूर्ति, नई दिल्ली में 8 नग आधुनिक डायनैमिक आरजीबी फ्लड लाइटें लगाई गई हैं जो 34 मीटर लम्बी मूर्तियों के प्रकाष के लिए 120 वाट के समायोजित असंयमित नैरो बीम एंगल के साथ 60 मिलियन रंगों को दिखाने में सक्षम हैं।
अग्रभाग लाइटिंग – पालिका केन्द्र, एनडीएमसी मुख्यालय बिल्डिंग, जंतर मंतर की तरफ का अग्रभाग तीन भागों में 1257 वर्ग मीटर के उच्च गुणवत्ता वाले एलईडी डिस्प्ले के साथ कवर किया गया है जो कि 2-3 किमी. दूरी से देखा जा सकता है।
बाजार स्थलों में बड़ी स्क्रीन : सामाजिक जानकारी के साथ ही विज्ञापनों को दिखाने के लिए कनाट प्लेस में दो नग एवं खान मार्केट में एक नग कुल मिलाकर तीन 20’ग10’ बड़ी एलईडी स्क्रीन लगाई गई है। एक विज्ञापन एजेंसी को इसके लिए एवं अग्रभाग स्क्रीन के लिए दो वर्षों की अवधि हेतु कार्य प्रदान किया गया है।
सोलर पैनल– एनडीएमसी ने
क ) अपने सभी भवनों (92 भवनों) में 3.1 मेगावाट और आगे 90 भवनों में 7.52 मेगावाट के सोलर रूफटॉफ स्थापित किये हैं जो नेट मीटरिंग आधार पर अपने ग्रिड से जोड़े गये हैं।
ख ) विभिन्न चौराहों में 95 सोलर पोल स्थापित किये गये है जो कि स्लीक पोल है जिनमें ऊपर का आधा भाग सोलर पैनलों से कवर है और टॉप पर एक छोटी सर्कुलर एलईडी लाइट है।
ग ) सेल एवं सीईएल के सहयोग से दो सोलर बस क्यू षेल्टर विकसित किये गये हैं जिसमें छत एवं साइड में रात में स्ट्रक्चरों पर पारदर्षी सोलर पैनल लाइटिंग उपलब्ध कराई गई है।
घ ) कनाट प्लेस में एक 1.26 केडब्ल्यू सोलर ट्री विकसित की गई है जो रात में पत्तों की तरह कार्य करती है और सोलर पैनलों के माध्यम से लाइट उत्पन्न करती है और यहां पर मोबाइल चार्जिंग सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है। नागरिक जानकारी एवं वाई-फाई सुविधा के लिए एक इंटरेक्टिव स्क्रीन भी लगाई गई है।
वर्षा जल संचयन (आरडब्ल्यूएच) – एनडीएमसी ने चाणक्यपुरी, गोल मार्केट, लक्ष्मी बाई नगर, किदवई नगर एरिया में 98 मॉडयूलर टाइप आरडब्ल्यूएच स्थापित किये है। ये मॉडयूलर, ठोस, लोड वहन करने वाली और संस्थापित करने में आसान हैं।
वाटर एटीएम : एनडीएमसी द्वारा वहनीय एवं षुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए विभिन्न स्थानों पर दो चरणों में 37 वाटर एटीएम स्थापित किये गये हैं। पीपीपी मोड पर 40 एटीएम की स्थापना के लिए तीसरे चरण का टेंडर जारी किया गया है।
हैप्पीनैस एरियाः इस सामाजिक पहल में, एनडीएमसी ने आसानी से पहुंच योग्य सार्वजनिक स्थानों पर स्वतंत्रता आंदोलन में चरखे की भावना एवं महत्व को विकसित करने के लिए पालिका पार्किंग के टॉप पर एक भव्य स्टेनलैस स्टील चरखा और संबद्ध संग्रहालय का निर्माण किया गया है। पार्क के दूसरे कोने पर मेक इन इंडिया का षेर भी दिखाया गया है। इसके नजदीक पालिका पार्क विकसित किया गया है जो कला प्रदर्षनियों के लिए प्रसिद्ध स्थल है । षांति पथ के दोनों तरफ रोज गार्डन विकसित किया गया है जो आधुनिक लुक में है और इसे संबंधित कार्यक्रमों के स्मारक स्वरूप इंडिया-अफ्रीका फ्रैंडषिप गार्डन एवं इंडिया ब्रिक्स गार्डन का नाम दिया गया है। तुगलक क्रीसेंट में ’’भारत-आषियान मैत्री पार्क विकसित किया गया है और इसमें सुन्दर जॉगिंग ट्रैक, म्यूजिकल फाउंटेन और जलाषय के साथ इसे खूबसूरत बनाया गया है। ले-मेरिडियन गोल चक्कर एवं जलेबी चौक भी विकसित किये गये हैं।
हरित पहल – एनडीएमसी ने अपने क्षेत्र के गोल चक्करों को विकसित किया है जिसमें हरियाली के साथ ही फाउंटेन लगाये गये हैं। षहर के विभिन्न स्थानों पर हैंगिंग बॉस्केट के साथ वर्टिकल गार्डन, क्लाइम्बर ट्रलीज एवं पेड़-पौधों की छोटी क्लेडिंग बनाई गई है जो कि देष में सबसे ऊंची एवं सबसे अच्छी हैं। बागवानी विभाग के कार्य का यांत्रिकीकृत किया गया है।
एनडीएमसी एरिया को अधिक संधारणीय बनाने और बागवानी प्रयोजन के लिए षोधित जल के उपयोग के लिए उत्पादन स्थलों के नजदीक सीवेज षोधन के लिए पीपीपी मॉडल पर 3.1 एमएलडी क्षमता के साथ 11 डि-सेंट्रलाइज सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट विकसित किये गये हैं। इसके अलावा, 12 फाईटोरिड आधारित एसटीपी के लिए एनईईआरआई के साथ एमओयू हस्ताक्षर किये गये हैं और इनमें से एक एसटीपी गोल मार्केट, नई दिल्ली में स्थापित की गई है।
जीरो अपषिष्ट कॉलोनियां – एनडीएमसी ने 5 कॉलोनियों नामतः डी1-डी2 चाणक्यपुरी, जोर बाग, रविन्दर नगर, गोल्फ लिंक एवं ए-ब्लॉक मोतीबाग को बदला है जहां सूखे एवं गीले कूड़ें का समग्र पृथक्ककरण किया जा रहा है और अधिकृत एनजीओ के माध्यम से घरेलू हानिकारक अपषिष्ट एवं ई-अपषिष्ट का संग्रहण किया जा रहा है। लक्ष्मीबाई नगर, एनडीएमसी में 0.5 टीपीडी बायो-मिथेनेषन प्लांट स्थापित किया गया है जो कार्यरत है।
ओपन जिम – एनडीएमसी ने सोसाइटी पार्कों में प्रमुख बगीचों में 98 ओपन या आउटडोर जिम विकसित किये हैं । ये काफी लोकप्रिय हो रहे हैं। इनमें से दो दिव्यांगजनों के लिए लोधी गार्डन एवं चिल्ड्रन पार्क में विकसित किये गये हैं।
स्मार्ट पब्लिक टॉयलेट यूनिट – एनडीएमसी ने पीपीपी मॉडल पर स्व-सतत् प्रचालन एवं रखरखाव के साथ कुछ विषेषताओं जैसे बैंक एटीएम, वाटर एटीएम, नॉन-इनवेसिव बॉडी बेसिक्स वॉयटल टेस्टिंग (ईसीजी, रक्तचाप, ग्लुकोज जांच, षरीर का तापमान आदि), सेनिटरी नैपकीन वेन्डिंग मषीन, स्नैक्स वेन्डिंग मषीन आदि के साथ पब्लिक हाइजीन सेन्टर के रूप में विभिन्न स्थानों पर 109 प्रस्तावित स्मार्ट पीटीयू में से 65 का निर्माण किया है। इन षौचालयों में महिलाओं, पुरूषों एवं दिव्यांगजनों के लिए ष्षौचालय सुविधाएं है। ऐसी दो यूनिट महिलाओं एंव बच्चों के लिए पिंक पीटीयू के रूप में विकसित की गई है।
स्मार्ट क्लास रूम : एनडीएमसी ने कक्षा 6 और उससे ऊपर की सभी 444 कक्षाओं को स्मार्ट बोर्ड एवं प्रोजेक्टर के माध्यम से डिजिटल सामग्री उपलब्ध कराकर स्मार्ट क्लासरूम के रूप में विकसित किया है जो षिक्षा के स्तर को अलग दिषा में ले जाता है। बच्चों के समग्र विकास के लिए अन्य सुविधाएं जैसे ई-पुस्तकालय, खेल के मैदान, फुटबाल एकादमी की भी सुविधाएं प्रदान की है। इसी तर्ज पर सभी प्राथमिक कक्षाओं को स्मार्ट कक्षा बनाने के लिए प्रक्रिया षुरू कर दी है।
आयुष क्लीनिक – एनडीएमसी ने वैकल्पिक मेडिकल थैरेपी जैसे यूनानी, आयुर्वेद, सिद्धा, योगा आदि सुविधा प्रदान करने के लिए दो आयुष क्लीनिक एवं एक समग्र वैलनैस सेंटर खोले हें । ये बहुत लोकप्रिय है और लगभग 1,00,000 रोगियों को इन क्लीनिकों से लाभ पहुंचा है।
कौषल केन्द्र – एनडीएमसी ने 5000 छात्रों की क्षमता के साथ स्वास्थ्य एवं सोलर एनर्जी में पाठ्यक्रम संचालित करने के लिए मंदिर मार्ग में प्रधानमंत्री कौषल केन्द्र विकसित किया है। इसमें अब तक 3890 छात्र उत्तीर्ण हुए है और 76 प्रतिषत छात्रों को नौकरी मिली है और षेष की प्लेसमेंट प्रक्रिया चल रही है।
स्मार्ट पोल : एनडीएमसी ने विभिन्न विषेषताओं जैसे निःषुल्क वाई-फाई कनेक्टिविटी, डिस्प्ले यूनिट के साथ पर्यावरण सेंसर, सीसीटीवी कैमरा, स्मार्ट एलईडी स्ट्रीट लाइट आदि के साथ 55 स्मार्ट पोल स्थापित किये हैं जो कि पूर्ण हो चुके हैं और पिछले एक साल से कार्यरत हैं।
एनडीएमसी ने कुछ विषेषताओं जैसे मोबाइल चार्जिंग प्वाइंट, समय के 20 प्रतिषत के लिए निःषुल्क वाई-फाई सूचना डिस्प्ले के साथ कॉर्नरों को कवर करके सीपी कॉरीडोर पर सौंदर्यीकरण एवं सफाई के सुधार द्वारा नागरिकों की जानकारी एंव विज्ञापन के लिए पीपीपी मॉडल के अंतर्गत 50 डिजिटल एलईडी जानकारी पैनल स्थापित किये हैं।
बाजार स्थलों जैसे कनाट प्लेस, खान मार्केट, सरोजनी नगर मार्केट, पंडारा रोड मार्केट, चाणक्यपुरी आदि में 50 डिजिटल इंटरेक्टिव पैनल स्थापित किये गये हैं और आम जनता द्वारा इनका उपयोग किया जा रहा है। इन इंटनेक्टिव पैनलों का उपयोग जनता द्वारा एफआईआर पंजीकरण निःषुल्क वाई-फाई एवं मोबाइल चार्जिंग प्वाइंट जैसी ऑनलाइन पहुंच के लिए किया जा रहा है।
पब्लिक बाइक : एनडीएमसी ने स्टेषनों पर सेन्ट्रल कन्ट्रोल सिस्टम, इंटरेक्टिव पैनलों के साथ 50 डॉक स्टेषनों पर न्यूनतम 500 बाइकों के लिए पीपीपी मॉडल के अंतर्गत पब्लिक बाइक षेयरिंग हेतु कार्य प्रदान किया है। माननीय उपराष्ट्रपति द्वारा 3 जून, 2018 को यह परियोजना प्रारंभ की गई । 450 बाइक एवं 45 डाकिंग स्टेषन पहले ही संस्थापित किये जा चुके हैं और ये बाइक जनता के बीच काफी लोकप्रिय हो रही हैं।
इलेक्ट्रिक वाहन : एनडीएमसी ने एक समय में 74 वाहनों एवं 9 डीसी चार्जरों को सेवा देने के लिए 28 एसी चार्जरों के साथ ऐसे इलेक्ट्रिक वाहनें की चार्जिंग के लिए ईईएसएल चार्जिंग अवसंरचना की षुरूआत के साथ 32 इलेक्ट्रिक वाहनों की अधिप्राप्ति की है।
एनडीएमसी 311 एप : एनडीएमसी ने अपने नागरिकों को रियल- टाइम सेवाएं प्रदान करने और जीपीएस आधारित रियल-टाइम षिकायतें दर्ज कराने के लिए मार्च 2016 में एनडीएमसी 311 एप प्रारंभ किया था जो तत्काल कार्यवाही के लिए संबंधित अधिकारी को तुरंत सूचना पहुंचाता है।
वाई-फाई एवं एफटीटीएच : एनडीएमसी एससीएल ने एमटीएनएल के साथ मिलकर कनाट प्लेस एवं नजदीकी क्षेत्रों में एमटीएनएल के हाई स्पीड फाइबर बैकबोन का उपयोग करके हाई स्पीड फाइबर टू होम (एफटीटीएच) एवं वाई-फाई सुविधा स्थापित की है। यह परियोजना 13 अगस्त, 2018 को प्रारंभ की गई थी।
स्मार्ट बिजली ग्रिड एनडीएमसी की महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक है और इसमें तीन भाग शामिल हैं।
कमान एवं नियंत्रण केंद्र – एनडीएमसी ने विश्वस्तरीय कमान एवं नियंत्रण केंद्र यानी अपनी सभी गतिविधियों के लिए एक तंत्रिका केंद्र का विकास किया है ताकि प्रत्येक और हर गतिविधि – बिजली, पानी, सीसीटीवी, शिकायत आदि, अत्याधुनिक कमान और नियंत्रण केंद्र की स्थिति के साथ एकीकृत हो। इस सीसीसी के माध्यम से सभी सेवाओं की निगरानी की जा सकती है। कार्य सौंप दिया गया है और निष्पादन के अंतिम चरण के तहत है और जुलाई 2019 में चालू होने की संभावना है।
भूमिगत कूड़ेदान – दो भूमिगत डिब्बे लगाए गए हैं जो कचरे को हटाने के लिए हाइड्रॉलिक रूप से संचालित होते हैं। इन भूमिगत कूड़ेदानों से क्षेत्रों के सौंदर्यबोध और स्वच्छता स्थिति में सुधार हुआ है।
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