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कृषि क्षेत्र में असाधारण उपलब्धियों को ‘धानुका इनोवेटिव एग्रीकल्चर’ अवाॅर्ड से किया जाएगा सम्मानित

 

एस.पी. चोपड़ा, नई दिल्ली। किसानों को बेहतर फसल, बेहतर खेती-बाड़ी और बढ़िया जीवन का सपना साकार करने में मदद देने के लिए तरह-तरह के फार्म इनपुट उत्पाद उपलब्ध कराने वाली अग्रणी एग्रोकेमिकल कंपनी धानुका एग्रीटेक लिमिटेड ने भारत भर में अपनाई/प्रयोग में लाई जा रही, इनोवेटिव कृषि प्रौद्योगिकियों को सम्मानित तथा प्रोत्साहित करने के लिए ‘धानुका इनोवेटिव एग्रीकल्चर अवाॅर्ड’ (डीआईएए) के पहले संस्करण को शुरू करने की आज घोषणा की।

इस पुरस्कार के लिए नामांकन की प्रक्रिया आज से खोली गई है और इस क्षेत्र में असाधारण योगदान करने वाले किसानों/डीलरों और कृषि संस्थानों/वैज्ञानिकों/केवीके (कृषि विज्ञान केंद्र) से 30 श्रेणियों में प्रविष्टियां आमंत्रित की गई हैं।

धानुका एग्रीटेक लि. अपनी स्थापना के समय से ही कृषक समुदाय की सेवा करने में अग्रणी रही है और 2022 तक ‘किसानों की आय दोगुनी’ करने के लिए माननीय प्रधानमंत्री के मिशन को सपोर्ट करने की दिशा में यह इसी तरह का एक और कदम है। धानुका की इस पहल का उद्देश्य किसानों द्वारा नई प्रौद्योगिकियों को अपनाने के लिए आर्थिक प्रोत्साहन देना तथा प्रेरित करना है।

इस पुरस्कार के तहत् किसानों/शोध संस्थान के असाधारण प्रयासों को सम्मानित किया जाएगा और दिल्ली-एनसीआर में 22 मार्च, 2018 को आयोजित होने वाले विश्व जल दिवस 2018 काॅन्फ्रेंस के दौरान उन्हें नकद पुरस्कार एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किए जाएंगे। धानुका इनोवेटिव एग्रीकल्चर अवाॅर्ड 2018 के निर्णायक मंडल में सेंट्रल एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी, इम्फाल के चांसलर पद्मभूषण प्रो. आर. बी. सिंह की अध्यक्षता में प्रतिष्ठित वैज्ञानिकों को शामिल किया गया है

इस पहल के अंतर्गत धानुका एग्रीटेक ने देश भर के ऐसे प्रगतिशील किसानों/शाोध संस्थानों/एसएयू (राज्य कृषि विश्वविद्यालयों)/सीएयू (केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालयों)/केवीके ( कृषि विज्ञान केंद्रों)/एनजीओ (गैर-सरकारी संगठनों)/एसएचजी (स्वयं-सहायता समूहों)/ पंचायतों आदि से आवेदन आमंत्रित किए हैं, जो अपने इनोवेटिव कृषि पद्धतियों से भारत के कृषि परिदृश्य, समुदायों और खाद्य प्रणालियों को पुनर्जीवित करने में मदद कर रहे हैं और उससे खाद्य सुरक्षा में योगदान होगा और किसानों की आय दोगुनी करने में मदद मिलेगी।

उम्मीद है कि पुरस्कार विजेता लीडर होंगे और संसाधनों के तर्कसंगत प्रबंधन, भूमि, श्रम, पूंजी, ज्ञान/प्रौद्योगिकी/जल/कृषि लागत आदि के लिए एक माॅडल के तौर पर कृषक समुदाय की सेवा करेंगे। पुरस्कार विजेता प्रेरणा के स्रोत होंगे और दूसरों को उनका अनुसरण करने के लिए उदाहरण पेश करेंगे।

इस पुरस्कार को शुरू करने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए धानुका एग्रीटेक लिमिटेड के चेयरमैन आर. जी. अग्रवाल ने कहा, ‘‘हमारे देश में कृषि के परिदृश्य में आ रहे बदलाव को ध्यान में रखते हुए धानुका एग्रीटेक कृषक समुदाय की बेहतरी के लिए क्रांतिकारी विचारों और प्रथाओं को आगे लाने में हमेशा से अग्रणी रही है। डीआईएए (धानुका इनोवेटिव एग्रीकल्चर अवाॅर्ड) हमारी ऐसी प्रथम पहल है, जिसका उद्देश्य खेती के क्षेत्र में किए गए इनोवेशन को मान्यता प्रदान करना है। इस छोटी सी पहल के साथ हम अपने किसान भाइयों को आगे आने और फसल की उत्पादकता एवं किसानों की आय बढ़ाने की अपनी पद्धतियों को साझा करने के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं।’’

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