नई दिल्ली| राष्ट्रीय राजधानी में कोरोनावायरस संक्रमित व्यक्तियों की संख्या सोमवार को फिर तेजी से बढ़ी। बीते 24 घंटे के दौरान दिल्ली में कोरोना वायरस के 25 नए मामले सामने आए हैं। तेजी से सामने आए इन नए मामलों के साथ ही दिल्ली में कोरोना के कुल 97 रोगी सामने आ चुके हैं। इनमें से 2 व्यक्तियों की मौत हो चुकी है। गौरतलब है कि शुक्रवार तक दिल्ली में कोरोनावायरस से केवल 39 व्यक्ति पीड़ित थे।
दिल्ली सरकार द्वारा दी गई आधिकारिक जानकारी के मुताबिक, अभी तक 5 व्यक्ति जो कोरोनावायरस से ग्रसित थे, पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। दो की मौत हो चुकी है और कुल 89 रोगी दिल्ली के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं। एक विदेशी व्यक्ति जो कोरोना वायरस से ग्रसित था, ठीक होकर अपने देश लौट चुका है।
दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, कोरोनावायरस की चपेट में आने बाद दिल्ली के अस्पतालों में भर्ती कराए गए 97 व्यक्तियों में से 10 व्यक्ति दिल्ली से बाहर के हैं।
गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण के अस्तित्व में आने के बाद दिल्ली में 1 दिन में कोरोनावायरस के इतने रोगी सामने आने का यह पहला मामला है। इससे पहले रविवार को कोरोना संक्रमण के 23 मामले सामने आए थे। रविवार से पहले दिल्ली में कोरोनावायरस से संक्रमण के कारण अधिकतम प्रतिदिन 3 से 4 नए रोगी ही सामने आ रहे थे।
तेजी से फैल रहे कोरोनावायरस के संक्रमण को लेकर सोमवार को दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक भी की।
दिल्ली सरकार का दावा है कि यदि कोरोना वायरस के रोगियों की संख्या बढ़कर प्रतिदिन 100 तक भी पहुंच जाएं तो भी सरकार ने इतने बड़े पैमाने पर रोगियों के उपचार की पूरी तैयारी कर ली है। इससे भी एक कदम आगे बढ़कर अब दिल्ली सरकार 1000 रोगी प्रतिदिन के हिसाब से अपनी तैयारियों में जुटी है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, “दिल्ली में कोरोनावायरस के रोगियों की संख्या बढ़कर अगर प्रतिदिन 100 तक भी पहुंच जाती है तो इसके लिए हमारी पूरी तैयारी है। अब हम 1000 रोगी प्रतिदिन की व्यवस्था पर काम कर रहे हैं।”
मुख्यमंत्री ने कहा, “रोगियों की संख्या बढ़कर प्रतिदिन 100 होने की स्थिति में आवश्यक उपकरणों जैसे कि वेंटिलेटर, आईसीयू बेड, टेस्टिंग क्षमता, आइसोलेशन बेड, डॉक्टर व नर्स की पूरी व्यवस्था की जा चुकी है।”
दिल्ली सरकार ने आईएलबीएस के अध्यक्ष डॉक्टर सरीन के नेतृत्व में पांच डॉक्टरों की एक टीम गठित की थी। मुख्यमंत्री ने कहा, “इस टीम ने बहुत शानदार काम किया है। इस टीम अपील में रिपोर्ट में स्थिति को तीन स्तर पर बांटा है। पहला स्तर यदि हर रोज 100 या 100 से कम केस आते हैं तो क्या तैयारी करनी चाहिए। दूसरे स्तर में यदि कोरोना वायरस के रोगियों की संख्या प्रतिदिन 500 तक बढ़ जाती है तो सरकार को क्या करना चाहिए। तीसरे स्तर में कोरोना वायरस के रोगियों की संख्या 1000 प्रतिदिन हो जाए तो ऐसे में दिल्ली सरकार को क्या कदम उठाने चाहिए।”
–आईएएनएस
और भी हैं
हेमंत सोरेन ने पेश किया सरकार बनाने का पेश किया दावा, 28 को लेंगे शपथ
संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार से, पेश होंगे कई महत्वपूर्ण विधेयक
आईएफएफआई देश में फिल्म इंडस्ट्री के विकास में महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ : अश्विनी वैष्णव