जालौन (उप्र)| नोएडा की एक निमार्णाधीन साइट पर 5 साल से काम कर रही एक गर्भवती महिला और उसका पति पैदल चलकर अपने गांव जाने के लिए निकले। जालौन जिले के राठ क्षेत्र में बसे अपने गांव औंता तक पहुंचने के लिए उन्होंने 200 किलोमीटर से अधिक की दूरी पैदल तय की। आठ महीने की गर्भवती 25 वर्षीय अंजू देवी दो दिनों और दो रातों में यह दूरी तय करके रविवार रात अपने गांव पहुंची।
रथ नाम की जगह तक पहुंचने के बाद अंजू और उनके 28 वर्षीय पति अशोक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गए, जहां उनका मेडिकल चेकअप हुआ।
डॉक्टरों ने उनकी थर्मल जांच की और दंपति को सामान्य बताया। हालांकि, उन्हें 14 दिनों के लिए अलग रहने का निर्देश दिया गया है।
अशोक एक भूमिहीन किसान है और नोएडा में एक निर्माण स्थल पर काम करते हैं। वे ओराई तक 200 किमी तक चले और आखिरकार एक लोडर की मदद से रथ के पास पहुंचे। यात्रा के दौरान अंजू और उनके पति अपने परिवार के साथ लगातार संपर्क में थे।
अशोक ने बताया, “हम पहले नोएडा से बाहर नहीं जा सकते थे क्योंकि हमारे ठेकेदार ने हमारे बकाया पैसे का भुगतान नहीं किया गया था। पैसे मिलने के बाद हमने ‘रोटी’ और ‘सब्जी’ अपने साथ रखी और निकल पड़े। बाद में कुछ लोगों ने रास्ते में हमें भोजन दिया। अब मुझे इस बात की राहत है कि हम अंतत: अपने घर वापस आ गए हैं।”
–आईएएनएस
और भी हैं
झांसी हादसा : एक हादसे ने छीन ली 10 जिंदगियां, चिल्ड्रन वार्ड कैसे बना बच्चों की ‘कब्रगाह’ ?
जर्मनी में 3.2 मिलियन बुजुर्गों पर बढ़ा गरीबी का खतरा
झांसी अस्पताल हादसा : सीएमएस ने बताया, ‘एनआईसीयू वॉर्ड में लगी आग, ज्यादातर बच्चे ऑक्सीजन सपोर्ट पर थे