गाजियाबाद: छत्तीसगढ़ पुलिस के एक दल ने शुक्रवार को वरिष्ठ पत्रकार विनोद वर्मा को गाजियाबाद स्थित उनके घर से हिरासत में ले लिया।
हालांकि, अभी इस बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है कि विनोद को हिरासत में क्यों लिया गया।
सूत्रों ने कहा कि छत्तीसगढ़ में उनके खिलाफ जबरन वसूली की शिकायत के बाद गिरफ्तार किया गया है।
प्रारंभिक रिपोटरें में कहा गया कि यह दोनों राज्यों की पुलिस द्वारा संयुक्त अभियान था जबकि उत्तर प्रदेश पुलिस ने स्पष्ट कर दिया कि इस मामले में उनकी कोई भूमिका नहीं थी।
लखनऊ में डीजीपी कार्यालय में जनसंपर्क अधिकारी श्रीवास्तव ने कहा कि रायपुर जिले के पंड्री पुलिस स्टेशन में वर्मा के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 384 और 506 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
कुछ रिपोटरें में कहा गया है कि अमर उजाला और बीबीसी में काम कर चुके वर्मा छत्तीसगढ़ सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री के खिलाफ स्टिंग ऑपरेशन की योजना बना रहे थे।
सूत्रों ने बताया कि वर्मा मंत्री से धन उगाही की कोशिश कर रहे थे। पुलिस ने उनके पास से कई सीडी, पेन ड्राइव और कुछ दस्तावेजों को जब्त किया है।
–आईएएनएस
और भी हैं
संभल की घटना पर बोली कांग्रेस, ‘योगी राज में कोई सेफ नहीं’
एक्सिस माय इंडिया एग्जिट पोल में महाराष्ट्र में महायुति को बहुमत, एमवीए को झटका
मध्य प्रदेश की पहली मेडिसिटी का उज्जैन में भूमि पूजन