रांची : झारखंड के पाकुड़ जिले में मंगलवार को सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश पर कथित रूप से भारतीय जनता युवा मोर्चा के समर्थकों ने जय श्री राम के नारे लगाते हुए हमला कर दिया और उनके साथ मारपीट की। घायल अग्निवेश को अस्पताल ले जाया गया। पुलिस ने 20 हमलावरों को हिरासत में लिया है।
पुलिस ने कहा कि भगवाधारी स्वामी अग्निवेश (78) लिटपाड़ा में 195वें दमिन महोत्सव में शामिल होने के लिए जैसे ही होटल से बाहर आए, उन पर हमला किया गया।
विचलित नजर आ रहे अग्निवेश ने एनडीटीवी को बताया, “मैं हर प्रकार की हिंसा के खिलाफ हूं। मेरी पहचान शांतिप्रिय व्यक्ति के रूप में है। मुझे नहीं पता कि मुझ पर हमला क्यों हुआ।”
जिस समय अग्निवेश पर हमला हुआ, उन्हें तीर-कमानधारी आदिवासियों ने घेरे में लिया हुआ था।
अग्निवेश यह पूछते रहे कि वे क्या चाहते हैं, इसके बावजूद हमलावरों ने उन पर हमला बोला। अग्निवेश जमीन पर गिर गए लेकिन हमलावार उन्हें पीटते रहे। उनके साथियों ने उन्हें बचाने की पूरी कोशिश की।
स्वामी ने एनडीटीवी को बताया, “उन लोगों ने घूंसा मारा, लातें मारीं और मुझे जमीन पर घसीटा। गालियां दीं।”
अग्निवेश ने कहा कि आसपास कोई पुलिसकर्मी नहीं था। स्थानीय संवाददाताओं ने उन्हें बताया था कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की युवा इकाई के कार्यकर्ता उनके विरोध में प्रदर्शन करने के लिए खड़े हैं। अचानक हिंसा ने उन्हें स्तब्ध कर दिया।
अग्निवेश ने कहा, “मैंने उन्हें बातचीत का प्रस्ताव भेजा था लेकिन मुझसे बात करने कोई नहीं आया। मैं अपने जनजातीय मित्रों के साथ सम्मेलन में जा रहा था, जब उन्होंने मुझ पर बिना किसी चेतावनी के हमला कर दिया।”
उन्होंने इस हमले की तुलना पिछले एक साल में देश के कई राज्यों में हो रहीं भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या (मॉब लिंचिंग) से की।
दर्द से कराह रहे अग्निवेश को बाद में अस्पताल ले जाया गया।
हमलावरों ने पहले नारेबाजी करते हुए उन्हें काले झंडे दिखाए और इसके बाद उनके साथ मारपीट की जिससे वे जमीन पर गिर गए।
–आईएएनएस
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