नई दिल्ली । दिल्ली विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों में शैक्षिक स्तर –2022 –23 के अंडरग्रेजुएट कोर्सिज में खाली पड़ी हजारों सीटों को भरने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा ” स्पेशल स्पॉट राउंड ” शुरू किए जाने पर फोरम ऑफ एकेडेमिक्स फॉर सोशल जस्टिस के अध्यक्ष डॉ. हंसराज सुमन ने दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर योगेश कुमार सिंह व कुलसचिव डॉ. विकास गुप्ता का आभार व्यक्त किया है कि उन्होंने फोरम की मांग को स्वीकार करते हुए छात्रों को एडमिशन का आखिरी मौका दिया है । फोरम ने कुलसचिव से मांग की है कि वे प्रिंसिपलों को सर्कुलर जारी कर कॉलेजों में खाली पड़ी सीटों का ब्यौरा वेबसाइट पर डिस्प्ले कराने की मांग की है । उन्होंने बताया है कि खाली पड़ी इन सीटों में सबसे ज्यादा एससी /एसटी , ओबीसी , पीडब्ल्यूडी व ईडब्ल्यूएस कोटे के छात्रों की है । कॉलेजों से सीटों का ब्यौरा आ जाने के बाद ही कोर्सिज वाइज सीटों को आबंटित किया जाए ।
फोरम के चेयरमैन डॉ. हंसराज सुमन ने बताया है कि विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा जारी सर्कुलर में कहा गया है कि अंडरग्रेजुएट कोर्सिज में खाली पड़ी सीटों को भरने के लिए छात्रों को ” स्पेशल स्पॉट राउंड ” के माध्यम से आखिरी मौका दिया जा रहा है । उन्होंने बताया है कि जिन कॉलेजों में अभी भी खाली सीटें बची है उन सीटों का पूरा ब्यौरा विश्वविद्यालय प्रशासन 18 दिसम्बर को देगा और बतायेगा कि किन कॉलेजों व किन -किन विषयों में सीटें खाली है । इसके उपरांत 19 व 20 दिसम्बर को अपने डैशबोर्ड के माध्यम से आवेदन कर सकेंगे । उन्होंने बताया है यह स्पेशल स्पॉट राउंड ऐसे छात्रों को लिए है जिनका एडमिशन अभी तक जारी विश्वविद्यालय की किसी सूची (लिस्ट ) और स्पॉट राउंड में नहीं आया है । उनका कहना है कि स्पेशल स्पॉट राउंड में वे छात्र आवेदन न करे जिनका एडमिशन पहले किसी कॉलेज में पहले ही हो चुका है अन्यथा एडमिशन कैंसिल हो जायेगा , यह राउंड उन छात्रों को दिया जा रहा है जिनका एडमिशन कहीं नहीं हुआ है ।
डॉ . सुमन ने विश्वविद्यालय द्वारा जारी सर्कुलर में बताया गया है कि एडमिशन संबंधी सीट एलोकेशन की लिस्ट — 22 दिसम्बर को प्रातः 10 जारी की जाएगी । 22 दिसम्बर प्रातः 10 बजे से लेकर 23 दिसम्बर शाम –4 :59 बजे तक छात्र को अपनी सीट स्वीकार करनी होगी । सीट स्वीकार करने के पश्चात ही एडमिशन होगा । इसलिए छात्रों से सावधानी पूर्वक आवेदन करने की आवश्यकता है हो सकता है इसके बाद मौका न मिले । उन्होंने बताया है कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने कॉलेजों में खाली पड़ी आरक्षित वर्गों की सीटों को देखते हुए व फोरम ने पत्र लिखकर मांग की थीं उसी के आधार पर स्पेशल स्पॉट राउंड के माध्यम से आखिरी मौका दिया गया है इसलिए उन्होंने छात्रों से अपील व निवेदन किया है कि सीटों की उपलब्धता को देखते हुए इस राउंड में पहले अपनी सीट को सिक्योर करें । डॉ.सुमन ने आरक्षित वर्गों के छात्रों से कहा है कि वे कॉलेज को प्राथमिकता न दे यदि उन्हें उनका मनमाना विषय मिल रहा है तो इस राउंड में छात्र को सीट अवश्य ले लेनी चाहिए। विश्वविद्यालय का कहना है कि यदि वह सीट स्वीकार नहीं करेगा तो उसका एडमिशन नहीं होगा ।
फोरम के चेयरमैन डॉ.हंसराज सुमन ने बताया है कि एक सप्ताह पूर्व वीसी व रजिस्ट्रार को कॉलेजों में खाली पड़ी आरक्षित वर्गों की सीटों संबंधी जो पत्र लिखा था उनकी मांग का समर्थन करते हुए यह स्पेशल स्पॉट राउंड निकाला गया है इसलिए यह एडमिशन का आखिरी राउंड है , संभव है कि फिर मौका न मिले । एडमिशन की अंतिम तिथि 31 दिसम्बर है । कॉलेजों से सीटों के आंकड़े आने के बाद ही पता चल पाएगा कि किस कोर्सिज में कितनी सीटें खाली पड़ी हुई है । सोमवार को खाली सीटों का ब्यौरा मिलने की संभावना है । डॉ. सुमन ने पुनः दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर योगेश कुमार सिंह व कुलसचिव डॉ. विकास गुप्ता से मांग की है कि वे पहले कॉलेजों से विज्ञान , वाणिज्य व मानविकी विषयों के सब्जेक्ट वाइज आंकड़ें मंगवाए जाए , साथ ही प्रिंसिपलों को खाली पड़ी सीटों का ब्यौरा वेबसाइट पर डिस्प्ले करने संबंधी सर्कुलर जारी करे वरना फिर आरक्षित वर्गों की सीटें खाली रह जाएगी । उन्होंने बताया है कि हर साल आरक्षित वर्गों की सीटें ही खाली क्यों रहती है ? उनका कहना है कि सीयूईटी के माध्यम से एडमिशन में देरी के कारण छात्रों की पढ़ाई भी प्रभावित हुई है। उन्होंने कुलपति से आरक्षित वर्गों की सभी खाली पड़ी सीटें भरने की मांग की है ।
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