सिरसा/चंडीगढ़| हरियाणा में सिरसा के पास डेरा सच्चा सौदा मुख्यालय में शनिवार को लगातार दूसरे दिन तलाशी के दौरान दो गोपनीय सुरंग और एक अवैध विस्फोटक फैक्टरी का पता चला है।
हरियाणा सरकार के प्रवक्ता सतीश मिश्रा ने सिरसा में बताया, “तलाशी अभियान में हजारों की संख्या में सुरक्षामकर्मी और स्थानीय प्रशासन लगा हुआ है। डेरा परिसरों के आसपास कर्फ्यू लगा हुआ है। तलाशी के दौरान परिसर से एक अवैध फैक्टरी का पता चला है। डेरा के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है।
वहीं डेरा प्रबंधन ने अपने बचाव में अधिकारियों को कहा कि विस्फोटक सामग्रियों से पटाखे बनाए जाते थे। मिश्रा ने बताया कि डेरा परिसर में दो खुफिया सुरंग का भी पता चला है।
इनमें से सुरंग का एक छोड़ डेरा प्रमुख के रहने वाले कमरे की ओर खुलता है, वहीं दूसरा छोड़ उस हॉस्टल की ओर खुलता है जहां साध्वी रहा करती थीं। उन्होंने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। दूसरा सुरंग पांच किलोमीटर लंबा है और यह कीचर वाले रास्ते की ओर खुलता है। इस सुरंग को देखकर प्रतित होता है कि यह गोपनीय रूप से बाहर भागने वाला सुरंग है।
डेरा परिसरों को खाली कराने के लिए शुक्रवार से ही अभियान शुरू हो गया था। इस दौरान कुछ कंप्यूटर, लग्जरी एसयूवी और कुछ मुद्राएं भी जब्त की गईं।
सूत्रों के मुताबिक, तलाशी टीमों को कई जूते भी मिले हैं। डिजाइनर कपड़े, रंग-बिरंगी टोपियां मिलीं।
तलाशी अभियान शुक्रवार सुबह कड़ी सुरक्षा-व्यवस्था और कर्फ्यू के बीच शुरू हुआ। मीडिया को डेरा परिसरों से कुछ दूरी पर रोक दिया गया। अधिकारियों ने सिरसा जिले में शुक्रवार को 10 सितंबर तक के लिए इंटरनेट सेवा स्थगित कर दी है।
पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने इस तलाशी अभियान के लिए जिला एवं सत्र न्यायाधीश ए.के.एस पवार को पूरी प्रक्रिया की निगरानी के लिए अदालत आयुक्त नियुक्त किया गया है और अब उन्हीं की निगरानी में तलाशी ली जा रही है।
तलाशी की वीडियोग्राफी भी की जा रही है।
अर्धसैनिक बलों और हरियाणा पुलिस के साथ वरिष्ठ पुलिस प्रशासन और पुलिस अधिकारी भी इस तलाशी अभियान में शामिल हैं।
बम निरोधक दस्ते, कमांडोज, स्निफर डॉग की भी तैनाती की गई है।
सिरसा और आसपास के क्षेत्रों से डेरा मुख्यालय जाने वाली सभी सड़कों को सील कर दिया गया है।
डेरा मुख्यालय दो परिसरों में बंटा है। इनमें से एक परिसर 600 एकड़ में जबकि दूसरा 100 एकड़ में फैला है।
डेरा परिसरों में एक स्टेडियम, अस्पताल, शैक्षणिक संस्तान लग्जरी रिजॉर्ट, बंगले और बाजार भी हैं।
डेरा प्रमुख के हजारों अनुयायी स्थायी तौर पर यहां रहते हैं और काम करते हैं।
जिस परिसर में डेरा प्रमुख रहते थे, उसे ‘गुफा’ कहा जाता है। यह लगभग 100 एकड़ में फैला हुआ है और इसमें अल्ट्रा लग्जरी सुविधाएं हैं।
उल्लेखनीय है कि दुष्कर्म के दो मामले में डेरा प्रमुख को 25 अगस्त को 20 वर्ष सश्रम कारावास की सजा सुनाई गई थी जिसके बाद पंचकुला और सिरसा में फैली हिंसा के बाद 38 लोगों की मौत हो गई थी और 264 अन्य घायल हो गए थे।
–आईएएनएस
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