नई दिल्ली| दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने शुक्रवार को कहा कि राजधानी में अब तक ‘ब्लैक फंगस’ के करीब 200 मामले सामने आए हैं । उन्होंने लोगों को ऐसे मामलों की तुरंत डॉक्टरों को रिपोर्ट करने और खुद से दवा नहीं लेने की सलाह दी। मंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार का स्वास्थ्य विभाग शहर में काले फंगस के बढ़ते मामलों को रोकने और दवाएं उपलब्ध कराने के लिए कदम उठा रहा है। जैन ने शुक्रवार को मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा, “एक बार जब काले फंगस की पुष्टि हो जाती है, तो खुद दवा न लें और अपने डॉक्टर से संपर्क करें।”
ब्लैक फंगस के मामलों की संख्या में वृद्धि के कारण, दिल्ली सरकार ने कोविड -19 में बीमारी के इलाज के लिए तीन अस्पतालों – एलएनजेपी अस्पताल, जीटीबी अस्पताल और राजीव गांधी अस्पताल में समर्पित केंद्र खोलने का फैसला किया है।
जैन ने कहा कि हाई शुगर लेवल और कोविड के इलाज के दौरान स्टेरॉयड के इस्तेमाल का संबंध ब्लैक फंगस से है। उन्होंने कहा कि स्टेरॉयड का इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही करना चाहिए।
इससे पहले गुरुवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो म्यूकोर्मिकोसिस को महामारी घोषित कर दिया जाएगा। उन्होंने अस्पतालों से स्टेरॉयड का नियंत्रित तरीके से उपयोग करने का भी आग्रह किया।
दिल्ली के अस्पतालों में महामारी की दूसरी लहर के दौरान नोवेल कोरोनावायरस संक्रमण से उबरने वाले लोगों में ब्लैक फंगस के मामलों की संख्या में वृद्धि दर्ज की गई है।
शुक्रवार को जैन ने प्रेस को बताया कि दिल्ली के पास 18-44 आयु वर्ग के लोगों को टीका लगाने के लिए कोविशील्ड स्टॉक नहीं बचा है और राष्ट्रीय राजधानी में कई टीकाकरण केंद्रों को आज बंद करना होगा।
–आईएएनएस
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