नई दिल्ली| भारत और थाईलैंड रक्षा के क्षेत्र में एक-दूसरे का सहयोग करेंगे। दोनों देशों ने निर्णय लिया है कि द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के लिए अब कई नई पहल की जाएंगी। बातचीत के लिए जल्द ही भारत की ओर से एक उच्चस्तरीय दल थाईलैंड की आधिकारिक यात्रा पर जाएगा। इस दौरान भारत और थाईलैंड क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान करेंगे। भारतीय रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, भारत और थाईलैंड रणनीतिक साझेदारी साझा करते हैं और रक्षा इस सहयोग का एक प्रमुख स्तंभ है। थाईलैंड सरकार के निमंत्रण पर, रक्षा मंत्रालय में विशेष सचिव, निवेदिता शुक्ला वर्मा 20-21 अप्रैल के बीच बैंकॉक की आधिकारिक यात्रा करेंगी। यात्रा के दौरान, विशेष सचिव भारत-थाईलैंड रक्षा वार्ता की 8वीं बैठक की सह-अध्यक्षता रक्षा मंत्रालय, थाईलैंड के उप स्थायी सचिव जनरल नुचिट श्रीबुनसॉन्ग के साथ 20 अप्रैल, 2023 को करेंगी।
रक्षा मंत्रालय का कहना है कि वार्ता के दौरान सह-अध्यक्ष दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग की समीक्षा करेंगे और द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के लिए नई पहलों पर विमर्श करेंगे। दोनों पक्ष साझा हितों के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान करेंगे। अपनी यात्रा के हिस्से के रूप में, विशेष सचिव थाईलैंड के रक्षा मंत्रालय के स्थायी सचिव, जनरल सानिचनोग संगकचांत्र से भी मुलाकात करेंगी।
रक्षा मंत्रालय का मानना है कि भारत और थाईलैंड रणनीतिक साझेदारी साझा करते हैं और रक्षा इस सहयोग का एक प्रमुख स्तंभ है। रक्षा वार्ता बैठक, सैन्य आदान-प्रदान, उच्च-स्तरीय यात्राओं, क्षमता निर्माण और प्रशिक्षण कार्यक्रमों और द्विपक्षीय अभ्यासों सहित दोनों देशों के बीच व्यापक संपर्को को शामिल करने के लिए द्विपक्षीय रक्षा संबंधों का विस्तार हुआ है।
–आईएएनएस
और भी हैं
एक्सिस माय इंडिया एग्जिट पोल में महाराष्ट्र में महायुति को बहुमत, एमवीए को झटका
देश में इनोवेशन बढ़ाने के लिए हो एक लाख करोड़ के एएनआरएफ फंड का इस्तेमाल : पीयूष गोयल
मध्य प्रदेश की पहली मेडिसिटी का उज्जैन में भूमि पूजन