पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी चार दिवसीय जापान यात्रा के लिए सोमवार को टोक्यो पहुंचे। उन्होंने जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे से मुलाकात की और दोनों देशों के संबंधों पर चर्चा की। नीतीश ने इस क्रम में आबे को बिहार आने का निमंत्रण भी दिया। मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि नीतीश ने जापान के प्रधानमंत्री के साथ विभिन्न बिन्दुओं पर चर्चा की। मुख्यमंत्री ने पर्यटन, कृषि, खाद्य प्रसंस्करण की अपार संभावनाओं पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने हाईस्पीड रेल संपर्क, जिस पर बुद्घ सर्किट को जोड़ा जाना है, के संबंध में तकनीकी सहयोग की अपेक्षा जताई।
दोनों नेताओं ने दोनों देशों के बीच मैत्रीपूर्ण रिश्तों पर विस्तार से चर्चा की। मुख्यमंत्री ने कहा, “भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापान के प्रधानमंत्री की आपसी यात्राओं से दोनों देशों के बीच संबंधों में प्रगाढ़ता बढ़ी है।”
उन्होंने कहा कि जापान इंटरनेशनल को-ऑपरेशन एजेंसी (जेआईसीके) के माध्यम से पटना को गया, बोधगया, राजगीर, नालंदा को जोड़ने का काम चल रहा है, जिसे वैशाली तक बढ़ाने की आवश्यकता है। इससे इसकी प्रासंगिकता और बढ़ेगी तथा लोगों को सभी बौद्ध स्थलों की यात्रा करने में सुविधा होगी तथा दोनों देशों के बीच पर्यटन की संभावना को बल मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पटना मेट्रो का डीपीआर एवं नालंदा विश्वविद्यालय में जापान के सहयोग को लेकर उनके मंत्रिमंडल सहयोगियों के साथ विस्तार से चर्चा होगी।
आबे से मुलाकात के बाद नीतीश ने जापानी विदेश मंत्री तारो कोनो से मुलाकात की और दोनों देशों के परस्पर संबंधों पर विस्तृत चर्चा की। इस दौरान बिहार से जापान के बीच सीधी विमान सेवा के संबंध में भी चर्चा हुई। नीतीश ने कहा कि इससे जापान के नारा और बिहार के आपसी संबंध और मजबूत होंगे एवं दोनों देशों के पर्यटक यात्रा कर सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा,”बिहार में युवाओं की संख्या ज्यादा है और वे मेधावी और मेहनती हैं। बिहार में अगर औद्योगिक केंद्र बनता है तो काफी अच्छा होगा और लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।”
इस मौके पर जापानी निवेशकों को भी आकर्षित करने के संबंध में सार्थक चर्चा की गई। मुख्यमंत्री ने अन्तर्राष्ट्रीय हाईस्पीड रेलवे एसोसिएशन के अध्यक्ष मासाफुमी शुकुरी से भारतीय दूतावास में मुलाकात की। मासाफुमी शुकुरी के साथ मुख्यमंत्री की बौद्ध केन्द्रों को जोड़ते हुए पीस कॉरिडोर के रूप में हाईस्पीड रेलवे को बौद्ध केन्द्रों को जोड़ते हुए पीस कॉरिडोर के रूप में हाईस्पीड रेलवे को विकसित करने के संबंध में विस्तृत चर्चा की।
बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री ने मासाफुमी शुकुरी को इस संबंध में अपने विशेषज्ञों के साथ आकर सर्वे करने का आमंत्रण और सुझाव दिया। मुख्यमंत्री ने जापान में रहने वाले बिहार के लोगों के साथ भी कुछ समय गुजारा और उनसे बात की। उन्होंने बिहार में हो रहे विकास कायरें के संबंध में लोगों को बताया। जापान में रह रहे बिहार के लोगों ने मुख्यमंत्री से कई तरह के प्रश्न पूछे, जिसका मुख्यमंत्री ने जवाब दिया।
बयान के अनुसार, इस दौरे पर मुख्यमंत्री के साथ पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव, मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अतीश चन्द्रा सहित एक शिष्टमण्डल जापान गया हुआ है। बातचीत के दौरान जापान में भारत के राजदूत सुजान चिनॉय भी मौजूद थे।
–आईएएनएस
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