नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस के करीबी सहयोगी और आजाद हिंद फौज के ‘कर्नल’ निजामुद्दीन के निधन पर मंगलवार को शोक जताया। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “सुभाष चंद्र बोस के करीबी सहयोगी कर्नल निजामुद्दीन को श्रद्धांजलि। मुझे उनके साथ हुई मुलाकात याद आ रही है। उनका निधन दुखद है।”
मोदी के मुताबिक, “हम हमेशा कर्नल निजामुद्दीन के आदर्श, साहस, और देशभक्ति को याद करेंगे, जिसने आजादी की लड़ाई को मजबूती प्रदान की।”
आजाद हिंद फौज के सेनानी निजामुद्दीन ‘कर्नल’ के रूप में जाने जाते थे। लंबी बीमारी के बाद उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के ढकवा गांव में उनका निधन हो गया।
साल 1901 में जन्मे निजामुद्दीन ने आजाद हिंद फौज का गठन होने पर सुभाष चंद्र बोस के ड्राइवर व अंगरक्षक के रूप में काम किया। भारत को आजाद कराने के मकसद से बोस जब हिटलर से सहायता मांगने गए तो निजामुद्दीन भी उनके साथ थे।
बोस की थाईलैंड, मलेशिया और सिगांपुर की यात्रा के दौरान भी निजामुद्दीन उनके साथ मौजूद रहे।
–आईएएनएस
और भी हैं
रॉन्ग साइड चलने वाले वाहनों के खिलाफ विशेष कार्रवाई की जाएगी : लक्ष्मी सिंह
जस्टिस संजीव खन्ना बने भारत के 51वें मुख्य न्यायाधीश
मुस्लिम महिलाओं और शिया धर्मगुरु ने वक्फ बिल का किया समर्थन