नई दिल्ली| भारतीय जनता पार्टी ने राज्यसभा सीट के लिए होने जा रहे उपचुनाव को लेकर अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है। भाजपा ने असम से पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल को और मध्य प्रदेश से केंद्रीय राज्य मंत्री एल. मुरूगन को उम्मीदवार बनाया है। पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की मंजूरी मिलने के बाद दोनों के नाम की आधिकारिक घोषणा भी कर दी गई है। सर्बानंदा सोनोवाल असम के मुख्यमंत्री थे और विधानसभा चुनाव में दोबारा जीत हासिल करने के बाद भी उन्होंने आलाकमान के कहने पर मुख्यमंत्री पद छोड़ दिया था। आगे चलकर उन्हे इसका इनाम भी मिला और उन्हे मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाते हुए पत्तन, पोत परिवहन, जलमार्ग और आयुष मंत्रालय जैसा महत्वपूर्ण विभाग भी दिया गया। दरअसल, विश्वजीत दैमारी द्वारा असम विधानसभा चुनाव से पहले अपनी पार्टी बीपीएफ और राज्यसभा सदस्यता दोनों से इस्तीफा देने के कारण राज्यसभा की यह सीट खाली हुई थी। विश्वजीत ने इस्तीफा देने के बाद भाजपा जॉइन कर लिया था। उनकी इसी सीट पर पार्टी ने राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री को अपना उम्मीदवार बनाया है।
एल. मुरूगन, तमिलनाडु प्रदेश भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। दक्षिण भारत में भाजपा के विस्तार के प्लान में आलाकमान उनकी भूमिका को काफी मह्तवपूर्ण मान रहा है, इसलिए उन्हे वर्तमान केंद्र सरकार में मतस्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के साथ-साथ सूचना और प्रसारण मंत्रालय में राज्य मंत्री बनाया गया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत को कर्नाटक का राज्यपाल बनाने के बाद मध्य प्रदेश से राज्यसभा की एक सीट खाली हुई थी। इस सीट के लिए प्रदेश भाजपा से भी कई दिग्गज नेता दावेदार थे लेकिन भाजपा ने एल. मुरुगन को अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया। विधानसभा के नंबर गणित और कांग्रेस के रवैये को देखते हुए मुरुगन का निर्विरोध जीतना तय माना जा रहा है।
सबार्नंदा सोनोवाल और एल. मुरूगन , दोनों ही वर्तमान में किसी सदन के सदस्य नहीं है और ऐसे में केंद्रीय मंत्री पद पर बने रहने की संवैधानिक अनिवार्यता की वजह से उन्हे मंत्री पद की शपथ लेने के 6 महीने के भीतर संसद के दोनो सदनों में से किसी एक का सदस्य बनना जरूरी है।
आपको बता दें कि 4 अक्टूबर को राज्यसभा की 7 सीटों के लिए चुनाव होना है। इनमें से 6 सीटों पर ( तमिलनाडु की दो और पश्चिम बंगाल, असम, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश की एक-एक सीट) उपचुनाव हो रहा है। अगर इन चुनावों के लिए सीटों के बराबर की संख्या में ही उम्मीदवारों ने पर्चा भरा तो फिर 27 सिंतबर को नाम वापसी की समयसीमा समाप्त होने के बाद ही निर्वाचित सदस्यों के नाम का ऐलान कर दिया जाएगा।
–आईएएनएस
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