एस.पी. चोपड़ा, दिल्ली: ऋषभ विहार दिगम्बर जैन मंदिर में 24 से 29 नवम्बर तक श्री मज्जिनेन्द्र ऋषभदेव जिनबिम्ब पंचकल्याणक भव्य मानस्तम्भ प्रतिष्ठा महामहोत्सव एवं विश्व शांति कल्याण कामना महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है ।
इस अवसर पर उपाध्याय श्री नयन सागर जी ने पंचकल्याणक के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि पंचकल्याणक प्रतिष्ठा में नर से नारायण ,पाषाण से भगवान बनने कि आध्यात्मिक,सैद्धांतिक एवं मनोवैज्ञानिक अनुष्ठान कला सिखाई जाती है। यह राग रंग का मेला नहीं बल्कि आध्यात्मिक मेला है, जिसमें पतित आत्मा को पावन रूप दिया जाता है।उन्होंने बताया कि पंचकल्याणक के जरिये विश्व में शांति की स्थापना का प्रयास भी किया जाता है।
उपाध्याय श्री ने कहा कि बेटियां हमारे समाज का गौरव हैं बेटा एक परिवार की शान बढा़ता है तो बेटी दो परिवारों की शान बढा़ती हैं। कहते हैं कि एक बेटी पढे़गी तो सात पिढियाँ तरेगी इसलिए बेटियों को गर्भ में ही मारना महापाप है। उन्होंने कहा कि जिस समाज और परिवार में बेटियों का सम्मान नहीं होता है वहाँ देवता नहीं राक्षस वास करते हैं।
आचार्य श्री श्रुत सागर जी एवं उपाध्याय श्री नयन सागर जी के सानिध्य में आयोजित होने वाले इस पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव के बारे में जानकारी देते हुए आयोजन समिति के अध्यक्ष श्री विजय कुमार जैन ने बताया कि पाँच दिन तक चलने वाले इस पंचकल्याणक में होने वाले कार्यक्रमों के दौरान बेटी बचाओ – बेटी पढा़ओ एवं स्वच्छ भारत अभियान का प्रचार-प्रसार भी किया जाएगा।
पंचकल्याणक के दौरान होने वाले कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि इस प्रतिष्ठा के दौरान अनेक धार्मिक क्रियाएं एवं समारोह आयोजित किये जाएंगे। पहले दिन शुक्रवार को ध्वजारोहण, शौभा यात्रा, वेदी शुद्धी एवं श्री जी की स्थापना के साथ ही पंचकल्याणक का शुभारंभ होगा। शनिवार को गर्भ कल्याणक की क्रियाएं होंगी।
रविवार को भगवान का जन्म कल्याणक भव्य रुप से मनाया जाएगा प्रातः भव्य शौभा यात्रा निकाली जाएगी जो ऋषभ विहार मंदिर से शुरू होकर विभिन्न मार्गों से होती हुई पांडुकशिला पर पहूँचेगी. वहाँ पर 1008 कलशों से भगवान का अभिषेक होगा।इसी प्रकार सोमवार को तप कल्याणक, मंगलवार को केवलज्ञान कल्याणक एवं बुधवार को निर्वाण कल्याणक एवं बेदी में श्री जी की स्थापना की जाएगी।
आयोजन समिति के मंत्री एवं प्रचार संयोजक श्री विपुल जैन ने बताया कि जैन समाज में पंचकल्याणक का महत्व बहूत अधिक है। काफी संख्या में जैन धर्मावलम्बी इस आयोजन में शामिल होते हैं तथा आंकडों के अनुसार जैन समाज भ्रूण हत्या में काफी आगे है इसलिए हम इस विशाल पंचकल्याणक के माध्यम से समाज में भ्रूण हत्या के खिलाफ जाग्रति पैदा करना चाहते हैं।
कार्यक्रमों के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि पंचकल्याणक के दौरान प्रतिदिन नियमित धार्मिक क्रियायों के साथ साथ गुरु भक्ति, राज दरबार, सांस्कृतिक कार्यक्रम, भजन संध्या, कवि सम्मेलन एवं अनेक आकर्षक कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे। इसके अलावा जन्म कल्याणक पर जन्माभिषेक के दौरान विमान द्वारा पुष्प वृष्टि भी की जाएगी।
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