कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथग्रहण समारोह में शामिल नहीं होंगी, इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा समारोह का उपयोग ‘अपने राजनीतिक फायदे’ के लिए कर रही है।
बनर्जी ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, “शपथ ग्रहण समारोह लोकतंत्र का जश्न मनाने का अच्छा अवसर है, न कि किसी के लिए राजनीतिक पार्टी की गरिमा को घटाने का अवसर है।”
तृणमूल कांग्रेस प्रमुख की यह प्रतिक्रिया उन मीडिया रपटों के बाद आई है जिसमें कहा गया है कि पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हिसा में मारे गए भाजपा कार्यकर्ता के 70 परिवारों के सदस्य को विशेष अतिथि के रूप में समारोह में बुलाया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने भाजपा के राज्य में राजनीतिक हिंसा में पार्टी के 54 सदस्यों के मारे जाने के आरोप को खारिज कर दिया।
बनर्जी ने कहा, “आपको एकबार फिर प्रधानमंत्री बनने के लिए शुभकामनाएं। मैंने संवैधानिक निमंत्रण को स्वीकार करने और शपथग्रहण समारोह में भाग लेने का मन बना लिया था।”
उन्होंने कहा, “हालांकि पिछले एक घंटे से, मैं मीडिया रपटों को देख रही हूं जिसमें भाजपा द्वारा बंगाल में राजनीतिक हिंसा में 54 लोगों के मारे जाने की बात कही गई है। यह पूरी तरह से गलत है। बंगाल में कोई राजनीतिक हत्या नहीं हुई है।”
उन्होंने ट्वीट किया, “मौतें निजी दुश्मनी, पारिवारिक झगड़े या किसी अन्य विवाद की वजह से हुई होंगी, लेकिन इसका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है। हमारे पास इस तरह का कोई रिकार्ड नहीं है।”
इससे पहले, भाजपा के प्रदेश सचिव तुषार कांति घोष ने आईएएनएस से कहा था, “शिशुपाल साहिस, त्रिलोचन महतो और दुलाल कुमार के परिजनों समेत अन्य विशेष अतिथियों को राजधानी एक्सप्रेस से नई दिल्ली लाया जाएगा, जिनकी हत्या कर पेड़ से टांग दिया गया था।”
–आईएएनएस
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