लखनऊ| चिकित्सकों द्वारा सीमा शुक्ला नामक एक महिला को यह सूचित किया गया था कि वह मां नहीं बन सकती है। ऐसे में महिला ने यहां स्थित क्वींस मैरी अस्पताल से एक नवजात को चुरा लिया, जिसके चलते अब महिला सहित उसके पति को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। महिला ने बच्चे के आगमन की खुशी में पड़ोसियों को केक बांटे, जिसके कारण उसकी गिरफ्तारी हुई।
यह वाकया 24 मई का है, जब सीमा ने 12 दिन के एक बच्चे को अस्पताल से चुराया था।
क्वींस मैरी अस्पताल के पास नमकीन वगैरह बेचने वाले उसके पति ने ही अपनी पत्नी को इस बच्चे के बारे में बताया था।
लापता बच्चे के पिता जगदीश ने इस संबंध में चौक पुलिस स्टेशन में एक प्राथमिकी दर्ज कराई थी।
जगदीश की पत्नी ममता ने 13 मई को सी-सेक्शन के जरिए अपने बच्चे को जन्म दिया, लेकिन 24 मई को उन्हें एक और सर्जरी करानी पड़ी थी।
ममता को जब सर्जरी के लिए ले जाया जा रहा था, तब उसके पति जगदीश ने बच्चे को एक महिला को सौंप दिया, जिसका चेहरा ढंका हुआ था। उन्होंने अनुमान लगाया होगा कि शायद उक्त महिला अस्पताल की ही कोई स्टाफ होगी। वापस आने पर उन्होंने देखा कि महिला बच्चे सहित गायब है।
शिकायत दर्ज कराने के बाद पुलिस ने अस्पताल के सीसीटीवी फूटेज को खंगाला, करीब 250 परिवारों से पूछताछ की, जिसके बाद सोमवार को सीमा और संजय पकड़े गए।
स्टेशन हाउस ऑफिसर विश्वजीत सिंह ने कहा, “हमने अस्पताल के आस-पास के क्षेत्रों के सीसीटीवी फूटेज को स्कैन किया। महिला को रिक्शा पर सवार होकर डालीगंज चौराहे पर देखा गया। वहां से उसे रिवर बैंक कॉलोनी की ओर जाते देखा गया। इलाके में रहने वाले विभिन्न परिवारों से पूछताछ के दौरान एक व्यक्ति ने सूचित किया कि एक अर्धनिर्मित घर के पास केक बांटे गए थे, जहां दंपत्ति किराये पर रहते थे। संजय ने पूछताछ के दौरान अपना जुर्म कबूल कर लिया।”
इस बीच, संजय ने कहा कि एक गर्भपात हो जाने के बाद से उसकी पत्नी अवसाद में थी और डॉक्टरों ने उसे बताया था कि वह दोबारा गर्भवती नहीं हो पाएगी।
–आईएएनएस
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