✅ Janmat Samachar.com© provides latest news from India and the world. Get latest headlines from Viral,Entertainment, Khaas khabar, Fact Check, Entertainment.

मोदी सुशासन दिवस पर पीएम-किसान के 9 करोड़ लाभार्थियों को देंगे अगली किस्त की सौगात

नई दिल्ली| पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती 25 दिसंबर को ‘सुशासन दिवस’ के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों को एक बड़ी सौगात देने जा रहे हैं। मोदी इस दिन देश के नौ करोड़ किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम किसान) की अगली किस्त के तौर पर करीब 18 हजार करोड़ रुपये की राशि डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के माध्यम सीधे उनके बैंक खाते में भेजेंगे। पीएम-किसान सम्मान निधि योजना के तहत प्रत्येक लाभार्थी किसान को 2,000 रुपये ककी किश्तों में सालाना 6,000 रुपये दिए जाते हैं।

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बुधवार को यहां संवाददाताओं से बातचीत के दौरान बताया कि अब तक पीएम किसान योजना के तहत 11 करोड़ 4 लाख किसानों का पंजीयन किया जा चुका है और इस योजना के तहत अब तक देश के 10 करोड़ 59 लाख किसान किसानों को 96,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि सीधे उनके बैंक खाते में पहुंचाई गई है। पीएम किसान योजना का सालाना बजट लगभग 75,000 करोड़ रुपये है।

उन्होंने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री की जयंती के अवसर पर 25 दिसंबर को दिन के 12 बजे एक कार्यक्रम आयोजन किया जाएगा, जिसमें प्रधानमंत्री देश के छह राज्यों से आने वाले किसान क्रेडिट कार्ड, एफपीओ समेत अन्य योजनाओं लाभार्थी छह किसानों से संवाद करेंगे।

तोमर ने कहा, “इस आयोजन में देशभर के सभी विकास खंडों पर किसान उपस्थित होकर ऑनलाइन प्रसारित होने वाले कार्यक्रम में सहभागिता के साथ-साथ इस ऐतिहासिक पल के साक्षी बनेंगे।” उन्होंने बताया कि इस अवसर पर प्रधानमंत्री देश के किसानों को संबोधित भी करेंगे।

तोमर ने बताया कि देशभर में अलग-अलग स्थानों पर केंद्रीय मंत्री एवं राज्यों के मुख्यमंत्री-मंत्री भी इस आयोजन में उपस्थिति रहेंगे। पीएम किसान सम्मान निधि के इस आयोजन में पीएम वेबकॉस्ट के माध्यम से लोग लाइव भी जुड़ सकते हैं। उन्होंने बताया कि 22 दिसंबर की शाम तक देशभर से दो करोड़ किसानों इस कार्यक्रम में वेबकास्ट के माध्यम से शामिल होने के लिए अपना पंजीयन करा चुके हैं और पंजीयन प्रक्रिया अभी भी जारी है।

–आईएएनएस

About Author