नई दिल्ली| स्वास्थ्य राज्यमंत्री भारती प्रवीण पवार ने सोमवार को लोकसभा में कहा कि देश ‘समग्र समाज’ के दृष्टिकोण के साथ सार्वभौमिक स्वास्थ्य (यूनिवर्सल हेल्थ) कवरेज के लक्ष्य की ओर बढ़ रहा है। चुनौतीपूर्ण कोविड समय के दौरान स्वास्थ्य कर्मियों के अनुकरणीय कार्य की सराहना करते हुए, डॉ. पवार ने कहा, “‘सभी के लिए स्वास्थ्य’ की अवधारणा एक मार्गदर्शक आदर्श वाक्य है, जिसके तहत हम स्वास्थ्य सैनिकों के रूप में काम करते हैं। एक स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली का निर्माण, जो लचीला और मजबूत हो, प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण की नींव रखता है।”
यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज डे 2021 में ‘स्वास्थ्य की बात आने पर किसी को पीछे न छोड़ें : सभी के लिए स्वास्थ्य प्रणालियों में निवेश करें’ थीम पर उन्होंने कहा कि समग्र आयुष्मान भारत योजना का उद्देश्य ‘सबका साथ और सबका विश्वास’ है, जिसमें स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित करना भी शामिल है।
उन्होंने कहा कि समुदाय के करीब सेवाएं प्रदान करने के उद्देश्य से प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा 2018 में शुरू की गई थी और फिर इसे सितंबर 2018 में एबी-पीएमजेएवाई, इस साल आयुष्मान डिजिटल मिशन और पीएम आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बुनियादी ढांचा मिशन के साथ मजबूत किया गया।
डॉ. पवार ने कहा कि जहां कोविड के कारण दुनिया भर में कई गतिविधियों में देरी हुई, वहीं भारत में महामारी के बावजूद स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों (एचडब्ल्यूसी) पर काम बढ़ गया। उन्होंने आगे जानकारी देते हुए कहा कि अब तक 81,000 से अधिक एचडब्ल्यूसी का संचालन किया जा चुका है और 1.10 लाख एचडब्ल्यूसी का लक्ष्य मार्च 2022 के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा।
केंद्रीय मंत्री ने राष्ट्रव्यापी कोविड टीकाकरण अभियान के तहत 133 करोड़ से अधिक टीकाकरण खुराक की उपलब्धि के लिए राज्यों और सभी फ्रंटलाइन स्वास्थ्य कर्मियों और विकास भागीदारों की सराहना की। डॉ. पवार ने सेवाओं के विस्तारित पैकेज पर प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल टीम के लिए अच्छी और प्रतिकृति स्वास्थ्य देखभाल प्रथाओं और प्रशिक्षण नियमावली पर एक कॉफी टेबल बुक भी लॉन्च की।
–आईएएनएस
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