लखनऊ | उत्तर प्रदेश विधानसभा की सात सीटों पर 53़ 62 प्रतिशत मतदान हुआ। वर्ष 2017 में इन सात सीटों पर 63़ 90 फीसदी मतदान हुआ था। उपचुनाव में वर्ष 2017 चुनाव के मुकाबले करीब 12़ 63 फीसदी कम वोट पड़े हैं। इन सात सीटों के लिए कुल 88 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला 24़27 लाख मतदाताओं ने ईवीएम में कैद कर दिया है।
संयुक्त मुख्य निर्वाच अधिकारी रमेश चन्द्र राय के अनुसार राज्य की सात विधानसभा क्षेत्र में कुल 53़ 62 प्रतिशत मतदान हुआ है। अमरोहा की नौगावां सादात सीट पर 61़ 50 प्रतिशत, बुलंदशहर सदर सीट पर 52़10 प्रतिशत, फिरोजाबाद की टूंडला सीट पर 54 प्रतिशत, उन्नाव की बांगरमऊ सीट पर 50़ 59 प्रतिशत, कानपुर की घाटमपुर सीट पर 49़ 42 प्रतिशत, देवरिया सीट पर 51़ 05 प्रतिशत और जौनपुर की मल्हनी सीट पर 56़ 65 प्रतिशत मतदान हुआ। अब मतगणना 10 नवंबर को होगी।
टूंडला विधानसभा क्षेत्र में मतदान प्रक्रिया शुरू करने पहले सुबह सभी मतदान केंद्रों पर मॉकपोल किया गया। मतदान के दौरान कहीं विवाद और टकराव की स्थिति नहीं रही लेकिन सुबह से चुनाव बहिष्कार की खबरों ने प्रशासन को परेशान कर दिया।
मतदान का प्रतिशत बताता है कि उप चुनाव में मतदाताओं ने उत्साह नहीं दिखाया। कई ग्राम पंचायतों में ग्रामीणों ने समस्याओं को लेकर दोपहर तक मतदान का बहिष्कार किया। टूंडला विधानसभा में विगत वर्ष 2017 का चुनाव 66़ 07 प्रतिशत था। ये सीट प्रो़ एस पी सिंह बघेल के आगरा लोकसभा सीट पर सांसद बनने के बाद खाली हुई थी।
एडीजी आगरा जोन अजय आनंद, आईजी आगरा जोन ए सतीश गणेश ने मतदान केंद्रों का निरीक्षण करके स्थिति का जायजा लिया। मतदान केंद्रों पर कोरोना से बचाव के लिए सैनिटाइजर, मास्क और ग्लब्स की व्यवस्था की गई थी। मतदान शांतिपूर्ण रहा।
देवरिया सदर विधानसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में मंगलवार को कुल 51़ 05 फीसदी मतदान हुआ। 2017 के विधानसभा चुनाव में हुई 56़ 37 प्रतिशत वोटिंग के मुकाबले यह पांच फीसदी कम है। कुछ स्थानों पर ईवीएम में खराबी के मामले सामने आए। बाकी चुनाव शांतिपूर्ण रहा।
उन्नाव के बांगरमऊ विधानसभा क्षेत्र में और फतेहपुर चौरासी के बूचागाड़ा मतदान केंद्र में कुछ गांव के लोगों ने सड़क न बनने के विरोध में मतदान न करने का फैसला किया। ग्रामीणों ने कहा कि जब तक सड़क नहीं तब तक मतदान नहीं।
इसकी जानकारी मिलते ही डीएम के साथ ही अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए। एसओ जितेंद्र सिंह के साथ सीडीओ राजेश प्रजापति गांव पहुंचे। इसके बाद गांव के लोगों को आश्वासन दिया गया कि कल से ही सड़क निर्माण शुरू होगा। जिसके बाद यह लोग मतदान पर राजी हो गए।
ज्ञात हो कि मंगलवार को हुए उपचुनाव में सत्ता पर काबिज भाजपा के साथ ही समाजवादी पार्टी की साख दांव पर लगी है। भाजपा के पास सात में से छह सीट हैं, जबकि सपा के पास एक सीट है। इस चुनाव में बसपा तथा कांग्रेस के पास कुछ खोने के लिए नहीं है। कांग्रेस व सपा के छह-छह प्रत्याशी मैदान में हैं तो भाजपा व बसपा सातों सीट पर ताल ठोंक रही हैं। सपा ने बुलंदशहर सीट अपने सहयोगी दल राष्ट्रीय लोकदल को सौंप दी है, तो कांग्रेस के प्रत्याशी का टूंडला सुरक्षित सीट से नामांकन ही खारिज हो गया।
–आईएएनएस
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