नई दिल्ली | कोविड-19 की जांच में इस्तेमाल होने वाले रैपिड टेस्ट किट में मुनाफाखोरी की खबरें सामने आने के बाद, कांग्रेस नेताओं ने चिंता जताई है। यहां तक कि कांग्रेस सांसद और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी इस मुद्दे पर चिंता व्यक्त की है। राहुल ने ट्विटर पर एक समाचार रपट को साझा किया, जिसमें दावा किया गया है कि किट को 145 प्रतिशत के मोटे मुनाफे के साथ आईसीएमआर को बेचा गया। उन्होंने मांग की, “जब समूचा देश कोविड-19 आपदा से लड़ रहा है, तब भी कुछ लोग अनुचित मुनाफा कमाने से नहीं चूकते। इस भ्रष्ट मानसिकता पर शर्म आती है, घिन आती है। हम पीएम से मांग करते हैं कि इन मुनाफाखोरों पर जल्द ही कड़ी कार्रवाई की जाए। देश उन्हें कभी माफ नहीं करेगा।”
इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने भी सरकार से स्पष्टीकरण की मांग की थी। पटेल ने ट्वीट किया था, “हाल ही में दिल्ली हाईकोर्ट के फैसले ने एक प्रासंगिक सवाल उठाया है – आईसीएमआर एंटीबॉडी टेस्ट किट 600 रुपये प्रति पीस क्यों खरीद रहा था, जिसे 245 रुपये में आयात किया गया था?”
दिल्ली उच्च न्यायालय के कहने के बाद यह मामला सामने आया कि लोगों को यह आश्वासन दिया जाए कि महामारी नियंत्रण में है और सरकारों को फ्रंटलाइन लड़ाई में लगी एजेंसियों के लिए लोगों के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए, कम लागत पर अधिक किट/परीक्षण उपलब्ध कराए जाने चाहिए।
–आईएएनएस
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