वाराणसी: प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में रामनवमी के अवसर पर मुस्लिम महिलाओं ने उर्दू में रचित भगवान राम की आरती की। इस दौरान उन्होंने सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए लोगों को जागरूक किया गया।
लमही के इंद्रेश नगर स्थित सुभाष भवन के सभागार में सामाजिक दूरी बनाते हुए चार मुस्लिम महिलाएं नेशनल सदर नाजनीन अंसारी की सदारत में भगवान श्रीराम की आरती करने के लिए खड़ी हुईं। किसी के हाथ में आरती की थाली थी, किसी ने लोहबान जलाया और किसी ने कर्पूर। इस दौरान वातावरण को शुद्ध करने वाली सारी सामग्री जलाई गई। सभी ने मुंह पर मास्क लगाया और हाथों को अच्छी तरह धुलकर भगवान की आरती में भाग लेने वाली महिलाओं ने कोरोना से बचने के उपाय कर लोगों को जागरूक किया।
मुस्लिम महिलाओं ने उर्दू में लिखी श्रीराम आरती और श्रीराम प्रार्थना का गायन किया और संकट मोचक रामभक्त हनुमान चालीसा का पाठ कर इस भयानक संकट से मुक्त कराने के लिए प्रार्थना की।
इस दौरान पर मुस्लिम महिला फाउंडेशन की नेशनल सदर नाजनीन अंसारी ने कहा कि तबलीगी जमात के कट्टरपंथी मौलानाओं ने पूरे देश को संकट में डालने का पाप किया है। इस पाप से भगवान राम ही मुक्ति दिला सकते हैं।
उन्होंने बताया कि रामनवमी के अवसर पर पिछले 14 वर्षो से सांप्रदायिक एकता के सूत्र में देश को बांधने के लिए मुस्लिम महिलाएं भगवान श्रीराम की आरती करती आ रही हैं। हनुमान चालीसा फेम नाजनीन अंसारी द्वारा उर्दू में रचित श्रीराम आरती एवं श्रीराम प्रार्थना हर रामनवमी पर मुस्लिम महिलाओं द्वारा गाया जाता है।
–आईएएनएस
और भी हैं
झांसी हादसा : एक हादसे ने छीन ली 10 जिंदगियां, चिल्ड्रन वार्ड कैसे बना बच्चों की ‘कब्रगाह’ ?
जर्मनी में 3.2 मिलियन बुजुर्गों पर बढ़ा गरीबी का खतरा
राहुल, प्रियंका सहित कांग्रेस के कई नेताओं ने झांसी की घटना पर जताया दुख