नई दिल्ली| दिल्ली पुलिस ने शनिवार को कहा कि उसने जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक को न तो गिरफ्तार किया है और न ही हिरासत में लिया है। एक अधिकारी ने कहा कि हालांकि, हरियाणा के कुछ किसान नेताओं सहित कुल 24 लोगों को हिरासत में लिया गया, लेकिन कुछ घंटे बाद उन्हें रिहा कर दिया गया।
विशेष पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) सागरप्रीत हुड्डा ने बताया कि शनिवार की सुबह करीब 10 बजे स्थानीय पुलिस को सूचना मिली कि आरके पुरम थाना स्थित एमसीडी पार्क में टेंट लगा हुआ है, जिसके बाद स्थानीय एसएचओ पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे।
हुड्डा ने कहा, “पुलिस ने पाया कि मलिक के नेतृत्व में वहां एक ‘खाप’ बैठक आयोजित की गई थी। पुलिस ने आयोजकों से कहा कि यह आवासीय क्षेत्र में एक सार्वजनिक पार्क है, उन्हें जंतर मंतर पर इस तरह की सभा आयोजित करनी चाहिए।”
अधिकारी ने कहा, “उन्होंने (आयोजकों) ने अनुमति नहीं ली और न ही उन्होंने स्थानीय पुलिस को सभा के बारे में सूचित किया। पुलिस ने आयोजकों को पार्क खाली करने के लिए मनाने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने जाने से इनकार कर दिया। इसके बाद 24 लोगों को हिरासत में लिया गया और उन्हें जाफरपुर कलां पुलिस स्टेशन भेजा गया।”
अधिकारी ने कहा, “इस बीच, मलिक पार्क में आए और उन्हें प्रोटोकॉल के बारे में भी बताया गया। इसके बाद मलिक अपनी इच्छा से अपने 20 समर्थकों के साथ दोपहर करीब 12:30 बजे आर.के. पुरम पुलिस स्टेशन पहुंचे।”
मलिक करीब दो घंटे तक थाने में रहे।
अधिकारी ने कहा, “अपराह्न् करीब तीन बजे हिरासत में लिए गए उनके 24 समर्थकों को जाफरपुर कलां पुलिस थाने से रिहा कर दिया गया।”
दिल्ली पुलिस ने पहले ट्वीट किया था, “सत्यपाल मलिक को हिरासत में लिए जाने के बारे में सोशल मीडिया पर गलत जानकारी फैलाई जा रही है। वह खुद अपने समर्थकों के साथ आर.के. पुरम पुलिस स्टेशन पहुंचे थे। उन्हें सूचित किया गया था कि वह अपनी मर्जी से जाने के लिए स्वतंत्र हैं।”
–आईएएनएस
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