नई दिल्ली:तीसरी लहर के बढ़ते डर और ओमाइक्रोन संस्करण के प्रसार को देखते हुए, एक नया कोविड परीक्षण किट, जो 30 मिनट में परिणाम देता है, सरकार को टेस्ट सुविधाओं को बढ़ाने में सहायता देगा। एक स्टार्टअप ने गुरुवार को सरल टेस्ट, SARS-COV-2 RT-LAMP किट का लॉन्च किया है जिसे भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने मंजूरी दे दी है।क्यूआर एक्स के संस्थापक और सीईओ धनंजय जोशी ने बताया कि फिर से बढ़ रहे कोरोना वायरस के कारण आने वाली निराशाजनक ख़बरों और तेजी से फैलने वाले ओमनिक्रॉन संस्करण के कारण मामलों की बढ़ती संख्या के बीच, अंततः स्वदेशी कोविड टेस्ट के रूप में एक अच्छी खबर है। यह टेस्ट मौजूदा विकल्पों की तुलना में अल्ट्रा फास्ट, अत्यधिक सटीक और अधिक लागत प्रभावी है।
“सरल टेस्ट किट में 100% विशिष्टता और 97% ग्रहणशीलता है, और यह ओमनिक्रॉन संस्करण सहित टेस्ट के स्वर्ण मानक के समान सटीक है। इसमें एक फायदा यह भी है कि केवल 30 मिनट में, नग्न आंखों से परिणाम को पढ़ा जा सकता है। इसके अलावा, इसकी बहुत कम इंस्ट्रूमेंटेशन लागत है, उच्च प्रवाह को संभालने की क्षमता है और आरटी-पीसीआर की तरह इसको करने के लिए कुशल लोगों की आवश्यकता नहीं पड़ती है। उच्च सटीकता के और दूसरे टेस्ट्स की तुलना में जो लाभ इस टेस्ट से प्राप्त होते हैं, वो इसको एक ऐसी तकनीक के रूप में प्रस्तुत करेगा जो कोविड के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में उपयोग आ सके। इसके अलावा भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर बड़े पैमाने पर टेस्टिंग, मॉनिटरिंग और निरीक्षण के माध्यम से यह भारत में इस लड़ाई को कुशलतापूर्वक आगे बढ़ाने में मदद देगा”, जोशी जी ने कहा। आरटी लैंप (रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन लूप-मेडियेटेड इज़ोटेर्मल एम्प्लीफिकेशन) तकनीक वह है जिसे तेजी से जांच और बड़े पैमाने पर स्क्रीनिंग के लिए दुनिया अपनाने की राह पर है और क्यूआरएक्स इस विश्व स्तरीय इनोवेशन को अब भारत के लिए भी उपलब्ध करा रहा है, जिससे कोरोना को हारने के लिए हम पहले से ज़्यादा तैयार रहें। आरटी लैंप प्लेटफॉर्म को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री मनसुख मंडाविया ने पहले SARS CoV 2 के तेजी से निदान के लिए एक पथप्रदर्शक तकनीक के रूप में समर्थन दिया था। भारत सरकार का एक उद्यम बीईसीएल (BECIL), एक मिनी नवरत्न, कोविड जांचों को बढ़ाने के लिए सरकारों को मदद दे रहा है। बीईसीएल ने अब क्यूआरएक्स द्वारा संचालित क्विक टाइम लैब्स आरटी लैंप को देश के कोने-कोने में ले जाकर अपने प्रयासों को और बढ़ाने का फैसला किया है।
उनका मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कोविड मामलों की तेजी से जांच कर सही समय में स्थिति का पता लगाया जा सके और यह पहली और दूसरी लहरों की तरह तबाही का कारण ना बन पाए। बीईसीएल, कन्याकुमारी से कश्मीर तक क्विक टाइम टेस्ट लेने में मदद करेगा। संस्थापकों ने कहा कि बीईसीएल के साथ मेड फॉर भारत टेस्टिंग किट आंगनवाड़ी से हवाई अड्डों तक तेजी से कोविड जांचों की आवश्यकताओं को पूरा करने में सक्षम होगी।लॉन्च इवेंट में युवराज सिंह ग्रुप ऑफ कंपनीज और यूवीकैन फाउंडेशन की चेयरमैन शबनम सिंह ने सरल टेस्ट को लॉन्च किया गया।
“दुनिया भर में आरटी-लैंप तकनीक प्राथमिकता बन रही है। कोविड -19 के तेजी से निदान के लिए लाइ गयी लागत प्रभावी और उपयुक्त सरल टेस्ट SARS COV-2 आरटी-लैंप किट अब तक भारत में व्यावसायिक रूप से लॉन्च किए गए आरटी-लैंप टेस्ट किट्स में अग्रणी होगी”, अभिनव टंडन, सह-संस्थापक, क्यूआरएक्स, दो बार यूएन द्वारा पुरस्कृत, पूर्व-आईआईटी दिल्ली एवं गूगल ने कहा।
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