नई दिल्ली: हवाईअड्डा आपात स्थिति को संभालने पर पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम 23- 27 अप्रैल, 2018 से लोक नायक जयप्रकाश हवाई अड्डे, पटना में आयोजित किया जा रहा है।
प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य हवाई अड्डे पर रासायनिक, जैविक, रेडियोलॉजिकल और परमाणु सामग्री को संभालने से उत्पन्न होने वाले खतरों को शामिल करते हुए सीबीआरएन (रासायनिक, जैविक, रेडियोलॉजिकल और परमाणु) आपात स्थिति के जवाब देने के लिए हवाई अड्डे आपातकालीन हैंडलर की तैयारी को बढ़ाने के लिए है।
प्रशिक्षण कार्यक्रम राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) और परमाणु चिकित्सा और संबद्ध विज्ञान संस्थान (आईएनएमएएस) के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है। चेन्नई, कोलकाता, मुंबई और वाराणसी हवाई अड्डे पर चार बैचों को पहले से ही प्रशिक्षित किया जा चुका है। कार्यक्रम में व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) के उपयोग सहित पहचान और निर्जलीकरण के लाइव प्रदर्शन सहित व्याख्यान के साथ-साथ क्षेत्र प्रशिक्षण भी शामिल है।
सीबीआरएन आपात स्थिति को संभालने के लिए हवाई अड्डे के आपातकालीन हैंडलरों को प्रशिक्षण देने के अलावा, कार्यक्रम प्रतिभागियों को चिकित्सा प्राथमिक चिकित्सा और प्रारंभिक मनो-सामाजिक सहायता प्रदान करने में सक्षम करेगा। डोमेन विभागों के विशेषज्ञों द्वारा सीबीआरएन आपातकालीन प्रबंधन के विभिन्न संबंधित क्षेत्रों पर व्याख्यान और डेमो सत्र अर्थात परमाणु ऊर्जा विभाग (डीएई), राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), परमाणु चिकित्सा और संबद्ध विज्ञान संस्थान (आईएनएमएएस) और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) भी इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का हिस्सा हैं।
कुल 200 कर्मियों को प्रशिक्षित किया जाएगा जिसमें आधे दिन के कार्यक्रम में संचालन और रखरखाव, आपातकालीन हैंडलिंग और 150 कार्य स्तर के कर्मचारियों की संवेदनशीलता के लिए जिम्मेदार विभिन्न एजेंसियों का प्रतिनिधित्व करने वाले 50 प्रतिभागियों का एक सप्ताह का प्रशिक्षण शामिल होगा। सीबीआरएन आपातकाल के लिए प्रशिक्षित एनडीआरएफ की एक टीम पटना में पोस्ट की गई है और उनकी विशेषज्ञता का भी कार्यक्रम में उपयोग किया जाएगा।
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