न्यूयॉर्क| म्यांमार में जारी हिंसा के कारण पड़ोसी देश बांग्लादेश पलायन करने वाले रोहिंग्या मुसलमानों को अमेरिका मानवीय सहायता के तौर पर 3.2 करोड़ डॉलर की राशि देगा।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के कार्यवाहक सहायक सचिव सिमोन हेनशॉ ने न्यूयॉर्क में जारी संयुक्त राष्ट्र महासभा में बुधवार को कहा कि यह सहायता अप्रत्याशित पीड़ा से गुजर रहे रोहिंग्या मुसलमानों को मानवीय सहायता प्रदान करने की अमेरिका की प्रतिबद्धता दर्शाता है।
सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, सिमोन ने कहा कि अमेरिका को उम्मीद है कि उसका यह योगदान अन्य देशों को भी रोहिंग्या मुसलमानों को सहायता प्रदान करने के लिए प्रेरित करेगा।
यह घोषणा विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन द्वारा म्यांमार की स्टेट काउंसलर आंग सान सू की से बात करने और राखिने में हिंसा समाप्त करने की म्यांमार सरकार की प्रतिबद्धता का स्वागत करने के एक दिन बाद आई है।
टिलरसन ने म्यांमार की सरकार और सेना से प्रभावित इलाकों में विस्थापितों को मानवीय सहायता उपलब्ध कराने और मानवाधिकार के उल्लंघनों के आरोपों को लेकर कदम उठाने का आग्रह किया है।
विदेश मंत्रालय ने साथ ही कहा कि इस सहायता से ‘विस्थापित हुए चार लाख से भी अधिक लोगों को आपातकालीन आश्रय, खाद्य सुरक्षा, पोषण, स्वास्थ्य सुविधाएं, मनौवैज्ञानिक सहयौग, पानी, स्वच्छता आदि उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी।’
हेनशॉ ने कहा कि बुधवार की घोषणा के बाद वित्त वर्ष 2017 में रोहिंग्या समेत म्यांमार के शरणार्थियों को अमेरिका द्वारा प्रदान की जाने वाली कुल सहायता राशि करीब 9.5 करोड़ डॉलर हो गई है।
–आईएएनएस
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